संयुक्त राष्ट्र: भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिका द्वारा लाए गए एक प्रस्ताव पर मतदान से दूरी बना ली। इस प्रस्ताव में गाजा में हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों की निंदा की जानी थी। प्रस्ताव ‘गाजा में हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों’ के पक्ष में 87 वोट मिले, वहीं 58 वोट विरोध में पड़े। भारत समेत 32 देशों ने मतदान से दूरी बनाए रखी। हालांकि भारत के इस कदम से अमेरिका और इस्राइल के साथ उसके रिश्तों पर शायद ही कोई प्रभाव पड़े क्योंकि इस तरह के मामलों में नई दिल्ली पहले भी तटस्थ रुख अपनाती रही है।
आपको बता दें कि गुरुवार को रखा गया यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका क्योंकि महासभा में इसे जरूरी दो-तिहाई वोट नहीं मिले। भारत उन 32 देशों में शामिल है जिन्होंने प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लिया जसमें इस्राइल में बार-बार रॉकेट दागने और हिंसा फैलाकर नागरिकों की जान खतरे में डालने के लिए हमास की निंदा की जानी थी। इसके अलावा इस्राइल में घुसपैठ के लिए सुरंग समेत सैन्य ढांचे का निर्माण करने के लिए गाजा में संसाधनों का इस्तेमाल करने के खिलाफ भी निंदा की जानी थी।
प्रस्ताव में कहा गया था कि गाजा में हालात को शांत करने के प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव और पश्चिम एशिया की शांति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक के और अधिक प्रयासों की जरूरत है। इससे पहले अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने मतदान से पहले महासभा में कहा था कि इससे इतिहास बन सकता है और हमास के खिलाफ बिना शर्त के बोला जा सकता है जो दुनिया में आतंकवाद का सबसे ज्यादा प्रकट और भद्दा विषय है।