संयुक्त राष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि वह एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसे ‘लोकतंत्र की जननी’ के रूप में जाना जाता है। पीएम मोदी ने भारत के लोकतंत्र की ताकत को रेखांकित करने के लिए एक रेलवे स्टेशन पर चाय विक्रेता से प्रधानमंत्री बनने तक के अपने सफर का हवाला दिया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘हमारे यहां लोकतंत्र की एक महान परंपरा रही है, जो हजारों साल पुरानी है। मैं एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व करता हूं, जिसे लोकतंत्र की जननी के तौर पर जाना जाता है।’
‘हमारी विविधता हमारे मजबूत लोकतंत्र की पहचान’
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करके हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इस साल 15 अगस्त को भारत ने अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश किया है। हमारी विविधता हमारे मजबूत लोकतंत्र की पहचान है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक ऐसा देश है जहां दर्जनों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां, विभिन्न जीवन शैलियां और व्यंजन हैं। यह एक जीवंत लोकतंत्र का सबसे अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा, ‘हमारे लोकतंत्र की ताकत इस तथ्य से प्रदर्शित होती है कि एक छोटा लड़का जो कभी रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान पर अपने पिता की मदद करता था, आज भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर चौथी बार संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर रहा है।’
PM मोदी ने पाकिस्तान पर भी साधा निशाना
मोदी ने कहा, ‘मैं जल्द ही सरकार के मुखिया के रूप में अपने देशवासियों की सेवा करने के 20 साल पूरा करूंगा। पहले, गुजरात के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री के रूप में और फिर पिछले सात वर्षों से प्रधानमंत्री के रूप में।’ उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की देन है। वहीं, पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ भारत जहां अपनी आजादी के 75वें साल में 75 स्वदेश निर्मित उपग्रह अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है, वहीं कुछ देश आतंकवाद का राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।