वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति ने अफगान तालिबान के साथ हुए समझौते पर संतोष जताते हुए यह चेतावनी भी दी है कि अगर समझौते को लागू करने में किसी तरह की गड़बड़ी की गई, तो फिर 'अमेरिका, अफगानिस्तान में इतनी बड़ी फौज भेजेगा जितनी बड़ी कभी किसी ने देखी नहीं होगी।' व्हाइट हाउस में अपने एक संबोधन में ट्रंप ने अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वह 'बहुत जल्द तालिबान के नेताओं से मुलाकात करेंगे। अमेरिकी फौज को भी वापस बुलाना शुरू कर देंगे।'
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समझौते में कोई भी गड़बड़ की गई तो फिर 'हम इतनी बड़ी फौज वापस अफगानिस्तान लेकर जाएंगे जो किसी ने कभी नहीं देखी होगी।' लेकिन, उन्होंने उम्मीद जताई कि इसकी नौबत नहीं आएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह समय अमेरिकी फौजियों को अफगानिस्तान से वापस लाने का है। मई तक पांच हजार अमेरिकी फौजी स्वदेश वापस आ जाएंगे।
शनिवार को अफगान तालिबान और अमेरिका के बीच कतर के दोहा में समझौते पर दस्तखत हुए। इसके तहत यह तय हुआ है कि विदेशी फौजें चरणबद्ध तरीके से अगले 14 महीने में अफगानिस्तान छोड़ देंगी। बदले में तालिबान अफगान धरती का इस्तेमाल किसी आतंकी गतिविधि में नहीं होने देंगे, साथ ही तालिबान के सहयोग से अलकायदा व इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों में नई भर्तियों और इनके लिए धन एकत्र करने पर लगाम लगाई जाएगी।