संयुक्त राष्ट्र: UN के एक अधिकारी ने ऐसा बयान दिया है, जिससे लगता है कि यह वैश्विक संगठन विभिन्न देशों में मानवाधिकार परिषद की जांच को आगे बढ़ाना चाहता है। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि सभी देश संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार संस्था के साथ सहयोग करेंगे और मानव अधिकार के विशेष अधिकारियों को जाकर जांच करने की अनुमति देंगे। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उपप्रवक्ता फरहान हक ने पाकिस्तान की टिप्पणियों पर एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
पाकिस्तान ने कहा है कि अगर भारत जम्मू-कश्मीर में संयुक्त राष्ट्र के दल को जाकर जांच करने की अनुमति देता है तो वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जांच आयोग को बुलाने के लिए तैयार है जैसा कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में हाल ही में प्रस्ताव दिया गया। हक ने शुक्रवार को कहा, ‘हमें हमेशा खुशी होती है जब देश मानवाधिकार परिषद के साथ सहयोग करते हैं और मानव अधिकार के विशेष अधिकारियों को जाने की अनुमति देते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि सभी देश ऐसा करेंगे।’
गौरतलब है कि इस महीने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकारों के उच्चायोग के कार्यालय ने कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर अपनी पहली रिपोर्ट जारी की और इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की। भारत ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे ‘मिथ्यापूर्ण, पक्षपातपूर्ण और निहित स्वार्थों से प्रेरित’ और बड़े पैमाने पर अपुष्ट जानकारी का चयनात्मक संग्रह बताया। अमेरिका ने पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद छोड़ने का ऐलान करते हुए इसे ‘राजनीतिक पूर्वाग्रहों से ग्रस्त’ बताया जो अनुचित रूप से इस्राइल को निशाना बनाता है जबकि अन्य देशों में अत्याचारों को नजरअंदाज करता है।