वाशिंगटन: नव निर्वाचित अमेरिकी कांग्रेस में हिन्दुओं और यहूदियों ने अपना आधार बढ़ाया है। हालांकि हालिया शोध में पाया गया है कि पांच दशकों से भी कम समय में देश की धार्मिक जनसंख्यिकीय में महत्वपूर्ण परिवर्तन के बावजूद इस विधायी निकाय में बड़ी संख्या ईसाई समुदाय के सदस्यों की है।
- एच1बी वीजा संबंधी विधेयक अमेरिकी संसद में फिर पेश किया गया
- फ्रांस: 105 साल के बुजुर्ग ने किया कुछ ऐसा की बड़े-बड़े भी ना कर सके
अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार है, जब यहां की कांग्रेस में तीन हिन्दू सदस्य हैं। ये सदस्य हैं- तुलसी गब्बार्ड, राजा कृष्णमूर्ति और रो खन्ना। प्यू रिसर्च सेंटर के विश्लेषण के अनुसार, अमेरिका की नई कांग्रेस में इस समय यहूदी समुदाय के 30 सदस्य हैं, जबकि हिन्दुओं और बौद्ध समुदाय के तीन-तीन सदस्य हैं। अमेरिकी कांग्रेस में धार्मिक आधार पर सदस्य संख्या के क्रम में ये दोनों समुदाय संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं।
अमेरिका की 115वीं कांग्रेस के सदस्यों में 91 प्रतिशत लोगों ने स्वयं को ईसाई समुदाय का बताया है। शोध के अनुसार, अमेरिका की 87वीं कांग्रेस (1961 से 1962) में तुलनात्मक रूप से करीब 95 प्रतिशत सदस्य ईसाई थे।