वाशिंगटन: वैज्ञानिकों ने डार्क मैटर का अभी तक का अत्यधिक रेजोल्यूशन वाला 3डी नक्शा तैयार किया है जिससे मायावी कणों (इल्यूसिव पार्टिकल्स) की मौजूदगी को लेकर विस्तृत साक्ष्य मिलेंगे। ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मांड का करीब 80 फीसदी हिस्सा इन्हीं मायावी कणों से बना है।
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यह डार्क मैटर नक्शा आकाशगंगा समूहों की तिकड़ी से जुड़े हबल स्पेस टेलीस्कोप फ्रंटियर फील्ड्स से प्राप्त आंकड़ों से बना है। अमेरिका के येल विश्वविद्यालय की खगोलविद् प्रियम्वदा नटराजन ने कहा, हमने आंकड़ों की मदद से डार्क मैटर के सभी समूहों का मैप बनाया और डार्क मैटर का आज तक का सबसे विस्तृत जानकारी वाला टोपोलॉजिकल मैप बनाया। टोपोलॉजी का संबंध अंतरिक्ष के गुणों से है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि डार्क मैटर ऐसे अदृश्य कणों से बने हैं जो प्रकाश को ना तो कभी परावर्तित करते हैं और ना ही कभी अवशोषित करते हैं लेकिन गुरत्वाकर्षण में सक्षम होते हैं। उनका मानना है कि हमारे ब्रह्मांड का 80 फीसदी हिस्सा इसी तरह के कणों से बना होता है। डार्क मैटर से यह पता चल सकता है कि आकाशगंगाएं कैसे बनती है और कैसे ब्रह्मांड की संरचना होती है। यह अध्ययन मंथली नोटिसिस ऑफ द रॉयल एस्ट्रोनोमिकल सोसायटी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।