वॉशिंगटन: अमेरिका के 63 वर्षीय अल अन्नुनजिएटा के लिए सही मायनों में ‘हैप्पी फादर्स डे’ है क्योंकि उन्हें 40 साल बाद अपनी एक बेटी के बारे में पता चला और वह उससे मिले। अन्नुनजिएटा और जील जस्टमॉन्ड की 11 जून को पहली भावुक मुलाकात हुई। ABC न्यूज ने मुलाकात के दौरान अपनी बेटी से कही अन्नुनजिएटा के हवाले से कहा, ‘मैं तुम्हें कभी भी जाने नहीं दूंगा।’
कोलोराडो की लिटलटन की रहने वाली जस्टमॉन्ड ने कहा कि फेसबुक पर खोज करने के बाद 3 अप्रैल को अपने 40वें जन्म दिन पर उन्हें अन्नुनजिएटा मिले। उसने अपने जैविक पिता की तलाश तब शुरू की जब उसे पता चला कि जिन्हें वह अपना माता-पिता समझती है वह असल में उसके नाना-नानी है। जस्टमॉन्ड ने कहा, ‘मुझे जन्म देने वाली मां 18 साल की थीं। जब मैं पैदा हुई तो किसी कारण से उन्हें लगा कि वह मुझे पालने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने अपने सौतेले पिता और मां को मुझे पालने के लिए दिया और मुझे नहीं पता था कि मैं उनकी संतान नहीं हूं। जब मैं 10 साल की थी तब मुझे यह पता चला। मुझे पता चला कि जिसे मैं अपनी सौतेली बहन समझाती थी वो असल में मेरी मां है।’
जस्टमॉन्ड ने फिर अपनी जैविक मां लिंडा से अपने पिता के बारे में पूछा। जस्टमॉन्ड ने कहा, ‘उन्होंने बताया कि उनका नाम अल है और उन्होंने बताया कि जब वह उनसे मिली थीं तो वह नियरी नाम के एक बार में काम करते थे और उन्होंने उनके साथ एक रात बिताई थी।’ मेरे पास सिर्फ पहला नाम और बार का नाम था और यह पता था कि वह इटैलियन हैं। अप्रैल में जस्टमॉन्ड ने फेसबुक पर न्यूजर्सी में रहने वाले एक समूह को लेकर पोस्ट डाला जहां 1970 में यह बार था। एक यूजर ने बार के मालिक से बात करने के लिए कहा तो उन्होंने कहा, ‘ओह, आपका मतलब अल अन्नुनजिएटा से है।’
जस्टमॉन्ड ने अन्नुनजिएटा को फेसबुक पर ढूंढा और वह उन्हें मिल गए। दोनों ने फेसबुक पर एक-दूसरे को संदेश भेजे और 24 अप्रैल को अन्नुनजिएटा ने पितृत्व जांच कराई। जांच के नतीजों में यह पता चला कि इसकी संभावना 99.99 फीसदी है कि जस्टमॉन्ड के जैविक पिता अन्नुनजिएटा ही हैं। अन्नुनजिएटा ने कहा कि उनके और उनकी बेटी में कई बातें एक जैसी है और वे दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए हैं। पिता और बेटी ने इस बार लास वेगास में एक साथ क्रिसमस मनाने की योजना बनाई है जहां जस्टमॉन्ड अपनी आंटी से मिलेंगी।