वाशिंगटन: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फिर से राष्ट्रपति चुने जाने के लिए बधाई देने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी ही पार्टी के सदस्यों की आलोचना का शिकार होना पड़ा। आलोचकों में एक प्रमुख सीनेटर का नाम भी शामिल है जिन्होंने रूस में हुए चुनाव को“ ढकोसला” बताया है। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह और पुतिन हथियार जमा करने की होड़ और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए “ निकट भविष्य” में मुलाकात कर सकते हैं। मंगलवार को फोन पर हुई बातचीत में एक और बात गौर करने लायक थी कि ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में रूसी मध्यस्थता और ब्रिटेन में एक पूर्व जासूस को जहर देकर मारने में उसकी संदिग्ध भागीदारी पर बातचीत नहीं की। (इंसानों की तरह ठुमककर चलने लगा ये गोरिल्ला, वायरल हुआ वीडियो )
सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति की अध्यक्षता करने वाले सीनेटर जॉनमकेन ने कहा, ‘‘ अमेरिका का राष्ट्रपति दिखावटी चुनावों में जीतने वाले तानाशाहों को बधाई देकर स्वतंत्र विश्व का नेतृत्व नहीं करता।” साथ ही उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के हस्तक्षेप पर ट्रंप प्रशासन पर आक्रमक प्रतिक्रिया देने का दवाब दिया। ट्रंप की अक्सर आलोचना करने वाले एरिजोना के सीनेटरजेफ फ्लेक ने राष्ट्रपतिके फोन कॉल को“ अजीब” बताया।
सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैककोनेल ने कहा कि ट्ंरप“ जिसको चाहें उसको फोन कर सकते हैं’’ लेकिन उनके लिए पुतिन को फोन करना“ आवश्यक नहीं था।” विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा कि पुतिन का फिर से चुना जाना“ कोई अचंभा” नहीं था। उन्होंनेकहा, कुछ लोगों कोवोट डालने के लिए पैसा दिया गया और विपक्ष के नेताओं को डराया- धमकाया या जेल में डाल दिया गया। वहीं व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने ट्रंप के फोनकॉल का बचाव किया और कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी पिछली बार पुतिन के जीतने पर इसी तरह बधाई दी थी।