ब्रासीलिया: ब्राजील के एक जज ने फैसला सुनाया है कि पूर्व राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा को भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमे का सामना करना होगा। अभियोजकों ने इस लोकप्रिय वामपंथी नेता पर सरकारी तेल कंपनी पेट्रोब्रास संबंधी घोटाले का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया है। पेट्रोब्रास जांच संबंधी मामले की सुनवाई कर रहे जज सर्जियो मोरो ने लूला के खिलाफ जांच कर रहे अभियोजकों द्वारा पिछले सप्ताह दायर किए गए आरोपों को स्वीकृति दे दी।
इसके साथ ही लूला इस मामले में सुनवाई का सामना करने वाले सबसे हाई प्रोफाइल नेता बन गए हैं। इस मामले में संलिप्तता को लेकर देश के कुछ सबसे शक्तिशाली कारोबारी कार्यकारी अधिकारी एवं नेता निशाने पर आ गए हैं।
मोरो ने अपने फैसले में कहा, (लूला की) जवाबदेही के पर्याप्त सबूत होने के मद्देनजर मैं आरोपों में मुकदमा चलाने को स्वीकृति देता हूं। लूला पर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत के रूप में 11 लाख डॉलर की राशि स्वीकार की। लूला पर लगाए गए आरोपों में एक आरोप यह भी शामिल है कि लूला और उनकी पत्नी ने एक बड़ी निर्माण कंपनी ओएएस से समुद्र किनारे एक अपार्टमेंट लिया और कंपनी से उसमें और निर्माण भी कराया। पेट्रोब्रास घोटाले में ओएएस के भी शामिल होने का आरोप है। वर्ष 2003 से 2011 तक देश के राष्ट्रपति की जिम्मेदारी निभाने वाले लूला पहली बार कानून के समक्ष आएंगे।