विदेश सचिव विजय गोखले सोमवार को तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा पर रवाना हुये जहां वह ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे और प्रमुख विदेश नीति एवं सुरक्षा संबंधी प्रगति पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि गोखले अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ द्विपक्षीय विदेश कार्यालय स्तरीय विचार-विमर्श एवं रणनीतिक सुरक्षा वार्ता के लिए अमेरिका जा रहे हैं।
विदेश सचिव की यात्रा पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान गोखले के अमेरिकी प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी भेंट कर सकते हैं। विदेश सचिव का अमेरिका दौरा भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हो रहा है। कुमार ने कहा, ‘‘विदेश सचिव वाशिंगटन डीसी की 11-13 मार्च की यात्रा के दौरान द्विपक्षीय विदेश कार्यालय स्तरीय विचार-विमर्श एवं रणनीतिक सुरक्षा वार्ता के सिलसिले में अपने अमेरिकी समकक्षों क्रमश: राजनीतिक मामलों के अवर सचिव डेविड हेल और हथियार नियंत्रण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के अवर सचिव एंड्रिया थॉम्पसन से वार्ता करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह नियमित उच्च स्तरीय संवाद प्रक्रिया द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा, प्रमुख विदेश नीति पर विचारों का आदान-प्रदान और सुरक्षा संबंधी प्रगति और सामान्य हितों के मुद्दों पर संबंधित स्थिति समन्वय पर है।’’ 26 फरवरी को पाकिस्तान में बालाकोट के निकट आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय युद्धक विमानों के बम गिराने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। अगले दिन पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने उसकी योजना विफल कर दी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के 12 दिनों बाद भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर हमला किया था। इस संगठन ने काफिले पर हमले की जिम्मेदारी ली थी।