वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक साक्षात्कार में कही गई बातों को लेकर उनकी निंदा की है। ट्रंप ने नाटो को 'अप्रासंगिक' करार देते हुए कहा था कि शरणार्थियों को लेकर जर्मनी की नीति 'विनाशकारी' है। केरी ने सोमवार को सीएनएस से कहा कि ट्रंप का "अन्य देशों की राजनीति में इतना प्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप करना सही नहीं है।"
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टाइम्स ऑफ लंदन और जर्मन प्रकाशन 'बिल्ड' में रविवार को प्रकाशित ट्रंप के साक्षात्कार से मित्र देशों में खलबली मच गई है। जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक-वॉल्टर स्टीनमीयर ने कहा है कि नाटो इसे लेकर 'अचंभित और आक्रोशित' है।
ट्रंप ने नाटो की आलोचना करने के साथ ही कहा था कि जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने 10 लाख शरणार्थियों को शरण देकर 'भायनक' भूल की है। केरी ने सीएनएन को दिए साक्षात्कार में मर्केल का बचाव करते हुए उन्हें 'यूरोप की एक सबसे शक्तिशाली नेता' और 'हम जिस ओर बढ़ रहे हैं, उस दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी' कहा है। केरी ने कहा कि ट्रंप को राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद अपनी इन टिप्पणियों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।