न्यूयॉर्क: अमेरिका के न्यूयॉर्क पुलिस विभाग में पहली पगड़ीधारी महिला सिख सहायक पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया है। उनको भर्ती करने का लक्ष्य पुलिस में अन्य को शामिल करने के लिए प्रेरित करना और सिख धर्म के बारे में बेहतर समझ पैदा करना है। गुरसोच कौर आग्ज़िल्यरी पुलिस अधिकारी (एपीओ) के तौर पर न्यूयॉर्क पुलिस विभाग में शामिल होंगी। वह पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क सिटी पुलिस अकादमी से स्नातक हुई हैं। सिख ऑफिसर्स एसोसिएशन ने ट्वीट किया , ‘‘ हम न्यूयॉर्क पुलिस विभाग में पहली सिख पगड़ीधारी आग्ज़िल्यरी पुलिस अधिकारी का स्वागत करने में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। एपीओ गुरसोच कौर और अन्य आग्ज़िल्यरी पुलिस ऑफिसर्स अकादमी से स्नातक हुए हैं। हमें आप पर गर्व है। सुरक्षित रहें। ’’ (मेलानिया ट्रंप किडनी की सर्जरी के बाद व्हाइट हाउस लौटीं )
एसोसिएशन ने फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि आपकी सेवा अन्य को पुलिस बल में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी। भारत के आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी ट्वीट किया और उम्मीद जताई कि पगड़ीधारी महिला अधिकारी अमेरिका में सिख धर्म के बारे में बेहतर समझ पैदा करने में भूमिका निभाएगी। पुरी ने कहा , ‘‘ न्यूयॉर्क पुलिस विभाग में पगड़ीधारी महिला पुलिस अधिकारी को देखकर खुश हूं। उम्मीद करता हूं कि इससे अमेरिका में सिख धर्म और सिखों के बारे में बेहतर समझ पैदा होगी और उनके प्रति धारणा ठीक करने में मदद मिलेगी ताकि 2010 में मेरे साथ जो घटना हुई थी और हाल में कनाडा के मंत्री नवदीप बैंस के साथ जो हुआ है उसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी। ’’
उन्होंने 2010 की उस घटना का हवाला दिया है कि जब संयुक्त राष्ट्र में भारत के तत्कालीन राजदूत पुरी को ह्यूस्टन हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के दौरान पगड़ी हटाने को कहा गया था। जब पुरी ने ऐसा करने से मना किया तो अधिकारियों ने उन्हें आधे घंटे से ज्यादा देर तक एक कमरे में बिठा कर रखा। कनाडा के नवोन्मेष , विज्ञान और आर्थिक विकास मंत्री बैंस के साथ भी ऐसा ही हुआ और पिछले साल डेट्रायट मेट्रो हवाई अड्डे पर कनाडा वापस जाने के दौरान उन्हें अपनी पगड़ी हटाने को कहा गया था।