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चेतनभाई को जानते हैं तो मिल जाएंगे 74 लाख रुपये, करना होगा सिर्फ ये काम

अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने जनता के बीच भारतीय मूल के भद्रेशकुमार चेतनभाई पटेल की सूचना देने पर 100,000 डॉलर (करीब 74 लाख रुपये) के इनाम राशि की पेशकश को फिर से दोहराया है।

Written by: IANS
Published on: November 30, 2020 18:49 IST
प्रतीकात्मक तस्वीर- India TV Hindi
Image Source : FILE प्रतीकात्मक तस्वीर

न्यूयॉर्क: अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने जनता के बीच भारतीय मूल के भद्रेशकुमार चेतनभाई पटेल की सूचना देने पर 100,000 डॉलर (करीब 74 लाख रुपये) के इनाम राशि की पेशकश को फिर से दोहराया है। गौरतलब है कि यह व्यक्ति FBI की 2017 में जारी 10 मोस्ट वॉन्टेड सूची में से एक है। पटेल ने साल 2015 में कथित तौर पर अपनी पत्नी पलक की हनोवर के मैरीलैंड राज्य में डंकिन डोनट्स कॉफी शॉप के अंदर चाकू से मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद से ही वह फरार चल रहा है। उस पर हत्या का आरोप है।

हालांकि, उसे 2017 में वांछितों की सूची में तब डाला गया था, जब उसे FBI पकड़ नहीं पाई थी। उस पर 100,000 डॉलर का इनाम रखा गया है और शुक्रवार को FBI ने उसके और इनाम के बारे में जानकारी देते हुए जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए ट्वीट किया। FBI ने लोगों से कहा है कि अगर वे व्यक्ति के बारे में जानते हैं या फिर उन्हें यह पता है कि वह कहा है, तो एजेंसी या निकटतम अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से संपर्क करें।

डब्ल्यूटीओपी रेडियो ने अधिकारियों के हवाले से बताया, "घटना के दौरान पटेल 24 साल का था, उसने कथित तौर पर अपनी 21 वर्षीय पत्नी पर दुकान के पिछले हिस्से में रसोई के चाकू से कई बार प्रहार किया था, उस दौरान वहां ग्राहक भी मौजूद थे। वे दोनों वहां काम करते थे।" उसने आखिरी बार न्यू जर्सी के एक होटल से राज्य के नेवार्क में एक ट्रेन स्टेशन के लिए टैक्सी ली थी।

उस समय ऐनी अरुंडेल काउंटी के पुलिस प्रमुख रहे टिम अल्टोमारे ने रेडियो को बताया, "इस मामले में हिंसा भड़की थी। यह दिल दहला देने वाला था और यह पुलिस विभाग के लिए झटका था।" डब्ल्यूटीओपी ने बताया कि जांचकतार्ओं को लगता है कि जब 2017 में पटेल को वांछितों की सूची में रखा गया, तब वह अमेरिका में था और अल्टोमेयर के अनुसार जांचकर्ताओं का मानना है कि कोई जानबूझकर पटेल की मदद कर रहा था या फिर उसके कथित अपराध के बारे में जाने बिना उसकी मदद कर रहा था।

रेडियो ने बताया कि 2017 में FBI के बाल्टीमोर क्षेत्र कार्यालय के विशेष प्रभारी एजेंट गॉर्डन जॉनसन के अनुसार, "पटेल को इस अपराध की क्रूरता और के कारण सूची में डाला गया था और ऐसी संभावना थी कि अमेरिका के बाहर किसी को पता है कि वह कहा है।" इस घटना के एक महीने पहले ही दोनों के वीजा की अवधि खत्म हो गई थी और जांचकतार्ओं का मानना है कि पलक पटेल भारत वापस लौटना चाहती थी, लेकिन उसके पति ने इसका विरोध किया था। FBI के अनुसार, पटेल का जन्म गुजरात के कन्त्रोदी ता विरमगाम में हुआ था।

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