न्यूयॉर्क: फेसबुक ने गुरुवार को कहा कि वह अमेरिका में मौजूद मुस्लिमों की सूची बनाने में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की मदद नहीं करेगा। फेसबुक ने एक बयान में कहा, "किसी ने भी हमें मुस्लिम रजिस्ट्री बनाने को नहीं कहा और हम ऐसा करेंगे भी नहीं।"
इससे पहले सभी नौ प्रमुख टेक कंपनियों में से केवल ट्विटर ने ही राष्ट्रीय मुस्लिम रजिस्ट्री की मांग किए जाने पर ट्रंप की मदद न करने का ऐलान किया था। 22 एडवोकेसी संगठनों ने इन कंपनियों से इस मामले में अपना रुख साफ करने की अपील की थी। इसके बाद फेसबुक ने अपना बयान जारी किया है।
अब तक फेसबुक और ट्विटर ने ही मुस्लिम रजिस्ट्री बनाने में मदद से इनकार किया है। दोनों कंपनियों ने कहा है कि ऐसी कोई भी सूची असंवैधानिक और क्रूर होगी।