वाशिंगटन: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में नस्लीय विविधता का समर्थन करते हुए भविष्य में एक महिला, एक हिंदू, एक यहूदी और एक लातिनी के देश का राष्ट्रपति बनने की उम्मीद जताई और कहा कि विविध नस्लों एवं आस्थाओं से ऊपर उठने वाले योग्य लोग अमेरिका की ताकत को दर्शाते हैं। ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर व्हाइट हाउस में अपने अंतिम संवाददाता सम्मेलन में कल कहा, यदि हम सभी के लिए अवसर खुले रखते हैं तो हां, हमें एक महिला राष्ट्रपति मिलेगी, हमें एक लातिनी राष्ट्रपति मिलेगा और हमें एक यहूदी, एक हिंदू राष्ट्रपति मिलेगा।
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अमेरिका में जातीय, नस्लीय एवं धार्मिक विविधता का स्पष्ट जिक्र करते हुए कहा, कौन जानता है कि हमें कौन सा राष्ट्रपति मिलेगा। मुझे लगता है कि हमें एक बिंदु पर ऐसे राष्ट्रपति मिलेंगे जिसके बारे में वास्तव में किसी को नहीं पता होगा कि उन्हें क्या कह कर पुकारना है और यह अच्छा है। उनसे यह पूछा गया था कि क्या वे फिर से किसी अश्वेत राष्ट्रपति के चुने जाने की उम्मीद करते हैं।
ओबामा ने वर्ष 2008 में जबरदस्त जीत हासिल करके अमेरिका का पहला अश्वेत राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचा था। उन्हें वर्ष 2012 में पुन: राष्ट्रपति चुना गया। रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप कल शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति पद का कार्यकाल संभालेंगे। उन्होंने कहा, हम देखेंगे कि योग्य लोग हर जाति, आस्था से उपर उठेंगे क्योंकि यही अमेरिका की ताकत है। जब हर किसी को मौका मिलता है और हर कोई मैदान में होता है तो हम और बेहतर होते हैं।