वॉशिंगटन: बीते कुछ दिनों में कई बार आंखें दिखाने के बाद अब ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि भारत-अमेरिका संबंधों में वृद्धि की ‘असीम संभावनाएं’ हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि दोनों देशों के बीच दोस्ती के कारण अभी चल रही व्यापार वार्ता के सकारात्मक नतीजे निकलेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को अकसर ‘टैरिफ किंग’ बताते हैं और हमेशा हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिलों के आयात पर उसके द्वारा लगाए 50 प्रतिशत शुल्क का जिक्र करते हैं। ट्रंप द्वारा भारत के तरजीही व्यापार विशेषाधिकार रद्द करने के बाद भारत ने भी 5 जून से बादाम और सेब समेत अमेरिका के 28 उत्पादों पर शुल्क लगाए थे।
‘बातचीत में निकलेंगे सकारात्मक नतीजे’
विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने मंगलवार को कहा, ‘चूंकि यह हमारे व्यापार संबंध से जुड़ा है तो जब हमारे विदेश मंत्री भारत में थे तो उन्होंने कहा था कि हम अपने संबंधों में वृद्धि के काफी अवसर देखते हैं। हम असीम संभावनाएं देखते हैं।’ ओर्टागस ने कहा कि विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भारत की नई सरकार से बातचीत करने के लिए हाल ही में नई दिल्ली में थे जहां वह अपने समकक्ष से मिले तथा उनके बीच प्रभावी बैठकें हुईं। उन्होंने कहा, ‘विदेश मंत्री आश्वस्त हैं। उन्होंने यह दोहराया कि हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती के कारण किसी भी तरह की व्यापार बातचीत, किसी भी मुद्दे पर वार्ता के सकारात्मक नतीजे निकल सकते हैं।’
‘अमेरिका, भारत का सबसे महत्वपूर्ण व्यापार साझेदार’
प्रवक्ता भारत के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के एक अधिकारी की हाल की भारत यात्रा पर एक सवाल का जवाब दे रही थीं। ओर्टागस ने कहा, ‘हमने वहां हमारी बैठकों और मीडिया में काफी बातचीत की। आप संभवत: यह जानते होंगे कि अमेरिका, भारत का सबसे महत्वपूर्ण व्यापार साझेदार है। मैं मानती हूं कि हम निर्यातों के लिए उनका शीर्ष बाजार हैं।’ प्रवक्ता ने सिख संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर गलियारे के निर्माण का भी स्वागत किया।