क्लीवलैंड (अमेरिका): अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच राष्ट्रपति चुनाव की पहली आधिकारिक बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) हुई। इस दौरान दोनों दावेदार एक दूसरे को बार-बार टोकते और बातें काटने नजर आए। लगातार बैलेट के साथ छेड़छाड़ होने का संदेह जताने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डिबेट के दौरान चुनाव हारने पर सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के वादे से इनकार कर दिया।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सवाल पूछा गया था कि क्या वह आज ऐलान कर सकते हैं कि चुनाव के नतीजों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं होने तक अपनी जीत घोषित नहीं करेंगे और चुनाव के नतीजे आने पर अपने समर्थकों से अशांति पैदा ना करने के लिए कहेंगे? इसके जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अगर पारदर्शीता के साथ चुनाव होता है तो वह इसके लिए तैयार हैं लेकिन अगर हजारों बैलेट के साथ छेड़छाड़ होती है तो उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
वहीं, दूसरी ओर जो बाइडन ने इस मामले में सहमति भरी। इसके साथ ही बाइडन ने कहा यह लोगों को मतदान से दूर हटाने की कोशिश है। वह लोगों के मन में चुनाव की वैधता को लेकर डर भर रहे हैं कि शायद यह चुनाव वैध नहीं है। जो बाइडन ने लोगों से अपील की कि वह जरूर मतदान करें। उन्होंने लोगों से कहा कि आप ही इस चुनाव का नतीजा तय करेंगे। वहीं, इसके अलावा बहस में स्वास्थ्य देखभाल, कोरोना वायरस और सर्वोच्च न्यायालय के भविष्य जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
बाइडेन ने ट्रम्प के उच्च न्यायालय की प्रमुख, एमी कोनी बैरेट को दिवंगत न्यायमूर्ति रूथ बेडर गिन्सबर्ग की जगह नियुक्त करने की पुष्टि करने पर प्रतिशोध में उच्चतम न्यायालय का विस्तार करने के सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया, जिस पर राष्ट्रपति भड़क गए थे। वहीं, बाइडेन ने कहा, ‘‘तथ्य यह है कि उन्होंने जो कुछ भी अब तक कहा वह केवल झूठ है।’’
ट्रम्प बहस के शुरुआती क्षणों में स्वास्थ्य देखभाल के लिए ‘अफोर्डबल केयर एक्ट’ को बदलने के अपने फैसले का बचाव करने में संघर्ष करते दिखे और बैरेट के अपने नामांकन का बचाव करते हुए कहा, ‘‘मेरा चयन तीन साल के लिए नहीं, चार साल के लिए हुआ था।’’ अमेरिका में तीन नवम्बर को होने वाले चुनाव से पहले ट्रम्प और बाइडेन के बीच तीन बार इस तरह की बहस होगी।