नई दिल्ली। पाकिस्तान के आतंकी और मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पाकिस्तान में गिरफ्तारी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्विटर हेंडल पर लिखा है ''10 साल की खोज के बाद मुंबई आतंकी हमलों का तथाकथित 'मास्टरमाइंड' पाकिस्तान में गिरफ्तार हुआ है, उसको ढूंढ निकालने के लिए पिछले 2 साल के दौरान जोरदार दबाव डाला गया।''
अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान पाकिस्तान के खिलाफ भारत की विदेश नीति की बड़ी जीत माना जा रहा है, इस बयान से साफ जाहिर हो रहा है कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों के जरिए पाकिस्तान पर जो दबाव बनाया था उस दबाव के आगे आज आखिर पाकिस्तान को झुकना पड़ा है। पाकिस्तान को मजबूर होकर आज हाफिज सईद को गिरफ्तार करना पड़ा है।
मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद को आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से बुधवार को गिरफ्तार किया। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सईद आतंकवाद रोधी अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से गुजरांवाला आया था तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं। उन्होंने बताया कि उसे न्यायिक हिरासत में यहां उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल भेज दिया गया है।
सईद के नेतृत्व वाला जेयूडी लश्कर-ए-तैयबा का ही संगठन है, जो 2008 मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका के वित्त विभाग ने सईद को आतंकवादी सूची में डाल रखा है और अमेरिका ने 2012 से ही सईद को सजा दिलाने के लिए सूचना देने के वास्ते एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव में पाकिस्तानी अधिकारियों ने जेयूडी और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों और आतंकवाद के वित्त पोषण के वास्ते निधि जुटाने के लिए ट्रस्टों के इस्तेमाल के मामलों की जांच शुरू की है।