वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को उसके यूरेनियम संवर्धन पर लगाई गई सीमा के आसन्न उल्लंघन को लेकर रविवार को आगाह किया। ट्रंप ने कहा, ‘बेहतर होगा कि ईरान सावधान रहे, क्योंकि आप एक कारण से यूरेनियम संवर्धन बढ़ाएंगे और मैं नहीं बताऊंगा कि वह कारण क्या है। लेकिन यह सही नहीं है। बेहतर होगा वे सावधान रहें।’ आपको बता दें कि ट्रंप के शीर्ष राजनयिक एवं विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इससे पहले रविवार को कहा था कि परमाणु समझौते के तहत तय की गई सीमा के संभावित उल्लंघन के जवाब में ईरान को और सख्त प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा।
यह सीमा उस परमाणु समझौते के तहत की गई थी जो अंतरराष्ट्रीय ताकतों एवं ईरान के बीच हुआ था लेकिन पिछले साल अमेरिका के इससे बाहर हो जाने की वजह से यह खतरे में पड़ गया है। समझौते के तहत निर्धारित की गई 3.67 प्रतिशत संवर्धन की सीमा 90 प्रतिशत के उस स्तर से बहुत नीचे है जो परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी है। पोम्पियो ने रविवार को ट्विटर पर लिखा था, "ईरान द्वारा हाल ही में उसके परमाणु कार्यक्रम का प्रसार करने से उस पर और प्रतिबंध लगेंगे और उसे अलग-थलग किया जाएगा। राष्ट्रों को ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संवर्धन पर रोक लगाने के लिए दीर्घकालिक मानक बहाल करने होंगे। परमाणु हथियारों से लैस ईरानी साम्राज्य दुनिया के लिए और बड़ा खतरा बनेगा।"
ईरान ने रविवार को कहा कि वह अपने यूरेनियम संवर्धन स्तर को 3.67 प्रतिशत के स्तर से ऊपर ले जाएगा जो परमाणु समझौते का दूसरा उल्लंघन है, लेकिन विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा कि इस कदम को रोका जा सकता है अगर यूरोपीय देश अपनी प्रतिबद्धताओं पर कायम रहें। संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) ने 2015 में प्रतिबंधों में राहत देने के बदले में ईरान के परमाणु कार्यक्रम सीमित कर दिए थे। अमेरिका द्वारा पिछले साल ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से खुद को बाहर करने के बाद ईरान के साथ तनाव पैदा हो गया और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अप्रैल में ईरान से तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगाने के बाद तनाव और बढ़ गया।