न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाई ने अपनी भतीजी की एक किताब के प्रकाशन पर रोक लगाने के लिए अन्य अदालत का रुख किया है। इससे पहले किताब पर रोक लगाने के लिए न्यूयॉर्क के एक न्यायाधीश ने उनकी अर्जी को ठुकरा दिया था। इस किताब में ट्रंप परिवार के बारे में कई सनसनीखेज किस्से हैं। रॉबर्ट ट्रंप के वकील ने कहा कि उनकी और राष्ट्रपति ट्रंप की भतीजी मैरी ट्रंप ने करीब दो दशक पहले ट्रंप परिवार के कुछ सदस्यों के साथ एक कानूनी पत्र पर दस्तखत किया था। इसमें एक शर्त यह भी थी कि वह किताब का प्रकाशन नहीं कराएंगी। उन्होंने बताया कि इसके तहत मैरी ट्रंप को वित्तीय लाभ देने का समझौता भी हुआ था।
न्यूयॉक में एक अदालत के न्यायाधीश पीटर केली ने गुरुवार को रॉबर्ट ट्रंप की अर्जी को खारिज करते हुए कहा कि मामले पर सुनवाई अदालत के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसके बाद रॉबर्ट ट्रंप के वकीलों ने शुक्रवार को डचेज काउंटी, न्यूयॉर्क में सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की। रॉबर्ट ट्रंप के वकील चार्ल्स हार्डर ने शनिवार को एक बयान में कहा, 'मैरी ट्रंप ने 20 साल तक समझौते से वित्तीय लाभ हासिल किया और अब किताब लाकर वह समझौते का उल्लंघन कर रही हैं।'
मैरी ट्रंप राष्ट्रपति के बड़े भाई फ्रेड ट्रंप जूनियर की बेटी हैं। फ्रेड ट्रंप जूनियर का 1981 में निधन हो गया था। अपनी किताब के बारे में मैरी ट्रंप ने इस तरह ऑनलाइन विवरण दिया है, 'मेरे परिवार ने कैसे दुनिया के सबसे खतरनाक शख्स को तैयार किया।' उनका कहना है कि यह किताब ‘यातना, संबंधों में कटुता, दुर्व्यवहार और उपेक्षा’ के बारे में बयां करती है। मैरी ट्रंप के वकील थिओडोर बोटरस ने एक बयान में कहा कि नया मुकदमा दर्ज किया जाना ट्रंप परिवार द्वारा उनके किताब के प्रकाशन को रोकने की एक और निराधार कोशिश है।