कार्सन सिटी: अमेरिका के नेवादा प्रांत के गवर्नर स्टीव सिसोलक ने कोरोना वायरस के मद्देनजर नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले मतदाताओं को लंबी-लंबी कतारों से बचाने के लिए डाक से मतदान की व्यवस्था सुनश्चित करने को एक विधेयक पर सोमवार को हस्ताक्षर किए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार इस कदम की आलोचना कर रहे हैं और उन्होंने इसे रोकने के लिए मुकदमा करने की धमकी भी दी है। डेमोक्रेट सिसोलक ने कहा, ‘‘इस विधेयक के जरिए चुनाव अधिकारियों को इन अभूतपूर्व परिस्थितियों में सुलभ, सुरक्षित चुनाव कराने में मदद मिलेगी।’
नेवादा के आलावा 7 और अमेरिकी राज्य पहले ही कोरोना वायरस के मद्देनजर मतदाताओं को डाक मतपत्र भेजने की योजना बना चुके हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप का दावा है कि डाक मतदान से चुनाव की अखंडता प्रभावित हो सकती है हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा होने की आशंका बहुत ही कम है। इसके तहत कोरोना वायरस महामारी के दौरान अमेरिकी नागरिक मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों तक जाने और कतारों में लगने से बचने के लिए डाक से मतदान का विकल्प चुन सकते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने डाक से मतदान के विकल्प की काफी आलोचना की है। व्हाइट हाउस में दोबारा पहुंचने की जद्दोजहद में लगे ट्रंप ने दलील दी कि डाक से मतदान (मेल-इन वोटिंग) से चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। ट्रंप ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उन्होंने मंगलवार को नेवादा के खिलाफ मुकदमा करने का फैसला किया है। उन्होंने डाक मतपत्र को अमेरिका के लिए एक बड़ी शर्मनाक बात करार दिया। बता दें कि अमेरिका में नवंबर में राषट्रपति चुनाव होने हैं।