वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने देश में बढ़ रही बंदूक से होने वाली हिंसा का स्थाई हल तलाश करने का संकल्प लिया है। उन्होंने पिछले सप्ताह फ्लोरिडा में हुई गोलीबारी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए स्थाई समाधान तलाशने की कोशिश पर जोर दिया। इस घटना में 14 छात्रों सहित 17 लोगों की जानें गईं थीं। ट्रंप ने हमले में बचे लोगों, अभिभावकों तथा मारे गए लोगों के परिजनों से कहा, ‘हम सबकुछ सीखना चाहते हैं, जो हम सीख सकते हैं। यह लंबे समय से चली आ रही व्यवस्था है और हमें इसे हल करना है। इसे मिल कर हल करना अच्छा है।’
इस कार्यक्रम में कोलंबीन हाई स्कूल और सैंडी हुक एलीमेंट्री स्कूल में गोलीबारी की घटना के बाद गठित एडवोकेसी ग्रुप्स के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। उप राष्ट्रपति माइक पेंस तथा शिक्षा मंत्री बेटसी डीवोस भी ट्रंप का संबोधन सुनने के लिए मौजूद थे। राष्ट्रपति ने कहा, ‘आपने बेहद ज्यादा दुख झेला है। हम नहीं चाहते कि कोई और इस तरह के दुख से गुजरे। यह सही नहीं होगा।’ इस दौरान स्कूल हमले में मारी गई एक छात्रा के पिता ए. पोलॉक ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि देश एकजुट हो जाए। एक छात्र सैम जेफ ने स्कूल की घटना के बाद दोबारा स्कूल जाने, यहां तक कि पार्क जाने में भी डर लगने की बात कही।
ट्रंप ने सभी की बातों को गंभीरता के साथ सुना और लोगों से पूछा कि क्या उनके पास स्कूल में गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए कोई सुझाव हैं। तभी कार्यक्रम में मौजूद एक व्यक्ति ने सुझाव दिया कि स्कूल में टीचर, प्रशासकों जिनके पास भी हथियार रखने का लाइसेंस है, वे कक्षाओं में हथियार लॉक करके सुरक्षित रख सकते हैं, और उन्हें प्रशिक्षण दिया जा सकता है। ट्रंप की प्रतिक्रिया देखकर ऐसा लगा कि उन्हें यह सुझाव बेहद पसंद आया।