वॉशिंगटन: कोरोना वायरस के कहर से इस समय लगभग पूरी दुनिया ही जूझ रही है। इस वायरस ने अभी तक 8500 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है और हजारों अभी भी इससे संक्रमित हैं। तमाम देशों में इसके चलते आपातकाल की घोषणा हो चुकी है जिनमें अमेरिका भी शामिल है। इस वायरस से निपटने के लिए अमेरिका लगातार कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उनका प्रशासन रक्षा उत्पादन अधिनियम लागू करेगा।
अमेरिका में जा चुकी है 115 से ज्यादा लोगों की जान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कदम के जरिए कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने के लिए मास्क और दस्ताने समेत प्रमुख चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों के घरेलू निर्माण में तेजी आएगी। अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 6500 के पार चली गई है जबकि 115 लोगों की जान जा चुकी है। कोरिया से युद्ध शुरू होने पर 1950 में इस अधिनियम को कांग्रेस ने पारित किया था। इसके तहत राष्ट्रपति राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित औद्योगिक उत्पादन को बढ़ाने का आदेश दे सकते हैं।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन का परीक्षण
बता दें कि हाल ही में ट्रंप ने जानकारी दी थी कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए ईजाद किए गए टीके का पहला परीक्षण अमेरिका में शुरू कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह जानकारी दी। उन्होंने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा था, 'यह इतिहास में सबसे तेजी से विकसित कर लॉन्च किया गया टीका है।' एमआरएनए-1273 नाम की यह वैक्सीन विकसित करने वाली निजी कंपनी, मॉडर्ना ने कहा कि परीक्षण के पहले चरण में पहले वॉलंटियर का टीकाकरण किया गया है। परीक्षण में 45 वॉलंटियर हिस्सा ले रहे हैं।