वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इशारा किया कि कोरोना वायरस को लेकर डब्ल्यूएचओ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कथित रूप से गलत जानकारी देने के कारण चीन को दुष्परिणाम भुगतने होंगे। यह संक्रमण चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था और इसने अब तक दुनिया में 1,19,666 लोगों की जान ले ली है और करीब 20 लाख लोग इससे संक्रमित हैं।
व्हाइट हाउस में सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में एक पत्रकार ने ट्रंप से बार-बार सवाल किया कि इसके लिए चीन कोई दुष्परिणाम क्यों नहीं भुगत रहा? इसके जवाब में ट्रम्प ने कहा, ‘‘आपको कैसे पता, इसके कोई दुष्परिणाम नहीं हैं?’’ इस बारे में बार-बार सवाल किए जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपको नहीं बताऊंगा। चीन को पता चल जाएगा। मैं आपको क्यों बताऊंगा?’’
चीन के खिलाफ अमेरिकी सांसदों की टिप्पणियों के बीच ट्रंप ने कहा, ‘‘आपको पता चल जाएगा।’’ सीनेटर स्टीव डेन्स ने ट्रम्प को पत्र लिखकर अपील की है कि अमेरिका सरकार चीन से चिकित्सकीय आपूर्ति एवं उपकरणों पर निर्भरता को समाप्त करे और अमेरिका में दवाइयां बनाने संबंधी नौकरियां वापस लेकर आए। रिपब्लिकन पार्टी के चार सांसदों ने भी चीन पर निर्भरता कम करने के लिए सोमवार को एक विधेयक पेश किया था।
इस बीच ट्रंप ने यह भी कहा कि वह देश को दोबारा खोलने की योजना के बेहद करीब हैं। कोरोना वायरस के कहर के मद्देनजर अमेरिका में 30 अप्रैल तक सामाजिक दूरी बनाने के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी हैं। इस घातक वायरस से देश की 95 प्रतिशत से अधिक आबादी प्रभावित हुई है।
ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं अपनी टीम और शीर्ष विशेषज्ञों से इस पर बातचीत कर रहा हूं और हम देश को दोबारा खोलने की योजना को पूरा करने के काफी करीब हैं। उम्मीद है ऐसा निर्धारित समय से पहले होगा जो कि बेहद महत्वपूर्ण है।’’
गौरतलब है कि अमेरिका में मंगलवार को वायरस से संक्रमित कम से कम 1334 लोगों की जान गई थी और 24,895 नए मामले सामने आए थे। देश में अभी तक 5.8 लाख लोग संक्रमित पाए गए हैं और करीब 23,352 लोगों की इससे जान जा चुकी है।