क्यूबेक सिटी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्यापार और उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता (नाफ्टा) जैसे मुद्दों पर कनाडा के साथ तनाव के बीच शनिवार को जी7 सम्मलेन से सिंगापुर के लिए रवाना हो गए जहां वह 12 जून को उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन से मुलाकात करेंगे। ट्रंप जी7 सम्मलेन से समय से पहले ही प्रस्थान कर लिया। समाचार एजेंसी 'एफे' के मुताबिक, राष्ट्रपति के साथ सिंगापुर के लिए रवाना हुए उनके प्रतिनिधिमंडल में व्हाइट हाउस के स्टाफ प्रमुख जॉन केली और ट्रंप के आर्थिक सलाहकार जॉन बोल्टन शामिल हैं। (SCO समिट: PM मोदी ने पाकिस्तान के आतंक पर निशाना साधते हुए कहा- अफगानिस्तान सबसे दुखद उदाहरण)
जी7 सम्मेलन के दौरान कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो और ट्रंप के बीच तनाव देखने को मिला। अमेरिकी राष्ट्रपति नाफ्टा के हर पांच साल पर स्वत: भंग किए जाने पर जोर देते रहे और धमकी दी कि अमेरिका उन देशों के साथ व्यापार बंद कर देगा जो उसके निर्यात पर सीमा शुल्क लगाते हैं। कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बात यह जानते हुए कि उनकी सरकार ने अमेरिका से कनाडाई स्टील और एल्यूमिनीयम पर कड़े सीमा शुल्क लगाने की शिकायत की थी, बावजूद इसके "राष्ट्रपति जो कह रहे हैं उसे कहते रहेंगे" उन्होंने कहा, "मैंने राष्ट्रपति से यह स्पष्ट कर दिया है कि हम (जवाब में सीमा शुल्क लागू करना) ऐसा कुछ करना पसंद नहीं करते, लेकिन यह कुछ ऐसा है जिसे हम निश्चित रूप से करेंगे।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "कनाडाई विनम्र और विवेकशील होते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि उन्हें पीछे कर दिया जाए।" ट्रंप ने उड़ान के दौरान ट्वीट किया कि वह किम के साथ मुलाकात को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने कहा, "मैं सिंगापुर के रास्ते में हूं, जहां हमारे पास उत्तर कोरिया और दुनिया के लिए वास्तव में एक शानदार परिणाम हासिल करने का मौका है।" अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह मौका बेकार नहीं जाएगा।