वॉशिंगटन: अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव को देखते हुए दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की जरूरत महसूस की जा रही है। इस बीच ईरान के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक ने बुधवार को मध्य पूर्व में अमेरिका द्वारा उठाए गए हालिया कदम को रक्षात्मक बताते हुए दोहराया कि वॉशिंगटन तेहरान के साथ व्यापक और स्थाई समझौता चाहता है। हुक ने संसद में सुनवाई के दौरान कहा, ‘किसी को भी शांति के लिए हमारी इच्छा या रिश्तों को सामान्य करने के लिए हमारी तत्परता पर संशय नहीं करना चाहिए।’
हुक ने विदेशी मामलों की हाउस कमेटी को बताया कि ईरान के खिलाफ चल रहा दवाब अभियान प्रभावी रहा है, जिसका उद्देश्य ईरान का राजस्व खत्म करना और उसे बातचीत के लिए मजबूर करना है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल मई में परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर दिया था और इस्लामिक गणराज्य पर ऊर्जा और आर्थिक प्रतिबंध दोबारा लगा दिए थे। ईरान के खतरों के बहाने अमेरिका ने पिछले कुछ सप्ताहों में क्षेत्र में भारी मात्रा में सेना तैनात कर दी है।
पेंटागन ने सोमवार को मध्य एशिया में 1,000 अन्य सैनिकों को तैनात करने की घोषणा की थी। वॉशिंगटन और तेहरान के बीच तनाव पिछले सप्ताह ओमान की खाड़ी में तेल के 2 टैंकरों पर हमले होने और ईरान की 2015 परमाणु समझौते को ना मानने की धमकी देने के बाद बढ़ गया। अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार, हुक ने बुधवार को मध्य एशिया और यूरोप की महत्वपूर्ण यात्रा शुरू की। इस दौरान वे अमेरिका के सहयोगियों और साझेदारों के साथ ईरान मुद्दे पर चर्चा करेंगे।