वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल के दावों को लेकर अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन का बचाव करने के लिए आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। अमेरिकी मीडिया में मंगलवार को आई रपट के मुताबिक, फिनलैंड में सोमवार को अपने शिखर सम्मेलन के बाद पुतिन के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के प्रचार अभियान में दखल देने के लिए रूसी नेता की निंदा करने से इनकार किया और इसके बजाय अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के खिलाफ बयान दिया। ट्रंप ने कहा कि रूस के दखल देने का कोई कारण नहीं था। उनकी टिप्पणियों पर उनके रिपब्लिकन और डेमोक्रेट आलोचकों ने व्यापक रूप से प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चेताया कि उनके कार्य अंतिम तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सदन के अध्यक्ष, पॉल रयान ने कहा, "राष्ट्रपति को इस बात को समझना चाहिए कि रूस हमारा सहयोगी नहीं है।" उन्होंने कहा, "अमेरिका को रूस को जवाबदेह ठहराने और इसके लोकतंत्र पर घृणित हमलों को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।" नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक, डैन कोट्स ने कहा, रूस अमेरिकी लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए 'चल रहे, व्यापक प्रयासों' के लिए जिम्मेदार है। रिपब्लिनक सांसद जॉन मैक्केन ने कहा कि यह 'अपमानजनक कृत्य' था। मैक्केन संसद की सशस्त्र सैन्य समिति के एक प्रमुख सदस्य हैं।
उन्होंने कहा, "इससे पहले किसी राष्ट्रपति ने खुद को एक उत्पीड़क शासक के समक्ष अपने को अपमानित नहीं किया है।" रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने ट्वीट किया कि "रूस को 2016 के लिए दृढ़ता से जिम्मेदार ठहराए जाने का अवसर गंवा दिया गया।" सीनेट के डेमोक्रेट नेता चक शूमर ने कहा कि ट्रंप के कार्यों ने 'हमारे प्रतिद्वंद्वियों को मजबूत किया है, जबकि हमारी मोर्चाबंदी और हमारे सहयोगियों को कमजोर किया है।' इस बीच उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने शिखर सम्मेलन का बचाव किया और ट्रंप की प्रशंसा की।