वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य रणनीतिकार स्टीव बैनन ने 7 महीने के उथल-पुथल भरे अपने कार्यकाल के बाद पद से इस्तीफा दे दिया। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने शुक्रवार को जारी बयान में इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ जॉन केली और स्टीव बैनन दोनों के बीच आपसी सहमति बनी कि आज बैनन का कार्यालय में आखिरी दिन होगा। हम उनकी सेवाओं के शुक्रगुजार हैं।’
टाइम्स पत्रिका ने फरवरी में पत्रिका के मुखपृष्ठ पर 'द ग्रेट मैनीपुलेटर' नाम से बैनन की तस्वीर लगाई थी। ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के सिर्फ 7 महीने बाद और सेवानिवृत्त जनरल केली के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में पदभार संभालने के 3 सप्ताह बाद ही बैनन की विदाई हो गई। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने CNN को बताया कि बैनन को 2 सप्ताह पहले ही पद से इस्तीफा देना था। अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप की योजना शुरुआत में बैनन और पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ रेंस प्रीबस को एक ही साथ बर्खास्त करने की थी, लेकिन कंजर्वेटिव हाउस फ्रीडम कॉकस के अध्यक्ष मार्क मीडॉस ने ट्रंप से बैनन को पद पर बने रहने का आग्रह किया था।
माना जाता है कि बैनन ने मुख्य रणनीतिकार के तौर पर ट्रंप के शरणार्थियों और 7 मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका में यात्रा प्रतिबंध संबंधी फैसले की पैरवी की थी और पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के हटने के लिए ट्रंप से कहा था। ट्रंप ने वर्जीनिया के शर्लोट्सविले में हुई हिंसा के बाद बैनन की निजी तौर पर सराहना की थी, लेकिन व्हाइट हाउस में उनके भविष्य को लेकर संदेह भी जताया था। ट्रंप ने मंगलवार को कहा था, ‘मुझे वह पसंद हैं। वह अच्छे इंसान हैं। वह नस्लवादी नहीं हैं, लेकिन हम देखेंगे कि उनके साथ क्या होता है।’