वाशिंगटन: अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के चार दिन बाद डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंगलवार रात फोन पर बातचीत की। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बातचीत की। ट्रंप ने देश के मोदी को अमेरिका आने का न्योता दिया। फोन कॉल के दौरान ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया की चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका भारत को सच्चा मित्र और सहयोगी समझता है।" व्हाइट हाउस ने जारी एक बयान में कहा कि दोनों प्रमुखों ने आर्थिक और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर जोर दिया।
मोदी पांचवें विदेशी नेता हैं जिनसे अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद ट्रंप ने फोन पर बात की है। ट्रंप ने गत 21 जनवरी को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीतो से बात की थी। उन्होंने रविवार को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी और कल उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से फोन पर बात की।
ट्रंप ने आठ नवंबर को हुये राष्ट्रपति चुनाव में अपनी एतिहासिक जीत से दुनिया को हैरत में डाल दिया था। ट्रंप की जीत के बाद उन्हें सबसे पहले बधाई देने वाले दुनिया के पांच नेताओं में मोदी भी शामिल थे। चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद इस्राइल समेत जिन देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की बात की थी उन देशों में भारत का नाम भी था। रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन ने आतंक से पीडि़त कश्मीरी पंडितों और बांग्लादेशी हिंदू पीडि़तों के लिए 15 अक्तूबर को एडिसन में एक चैरिटी कार्यक्रम का आयोजन किया था जहां ट्रंप ने भारत की तेज विकास दर, मोदी द्वारा नौकरशाही में और अर्थव्यवस्था में किए गए सुधारों की प्रशंसा की थी। उस वक्त ट्रंप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे।
ट्रंप ने न्यूजर्सी के एडिसन में भारतीय मूल के अमेरिकियों से कहा था, ट्रंप के प्रशासन के तले हम और बेहतर दोस्त बनने जा रहे हैं, वास्तव में मैं चीजों को और बेहतर करूंगा और हम सबसे अच्छे दोस्त बनेंगे। उन्होंने कहा था, मैं प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं। उन्होंने मोदी को उर्जावान नेता बताया और कहा कि भारत एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सहयोगी है।