वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल मिस्र के सिनाई प्रांत में हुए आतंकवादी हमले पर शोक जताने के लिए राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी से फोन पर बात की और कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ‘‘बर्बर आतंकवादी’’ समूहों को बर्दाश्त नहीं करेगा। गौरतलब है कि अशांत उत्तरी सिनाई में आतंकवादियों ने कल जुमे की नमाज के दौरान अल-अरिश शहर में स्थित अल-रौदा मस्जिद बम हमला किया जिससे कम से कम 235 नमाजियों की मौत हो गई और 109 अन्य घायल हो गए।
दोनों नेताओं की फोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय बर्बर आतंकवादी समूहों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है और उसे आतंकवाद और चरमपंथ को उसके सभी स्वरूपों में हराने के अपने प्रयास तेज करने चाहिए।’’ बातचीत के दौरान ट्रंप ने मिस्र हमले में मारे गये लोगों के प्रति शोक प्रकट किया।
व्हाइट हाउस के अनुसार, ‘‘ट्रंप ने हमले की निंदा की और दुहराया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका हमेशा मिस्र के साथ खड़ा रहेगा।’’ कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदु ने एक बयान में कहा कि वह आतंकवादी हमले से ‘‘सकते और सदमे में हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कनाडा के सभी लोगों, सोफी और अपनी ओर से मैं आज के हमला पीड़ितों के मित्रों और परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। हम सभी घायलों के जल्दी और पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने भी इस ‘‘बर्बर और कायराना आतंकवादी हमले’’ की निंदा करते हुए अपने बयान में कहा है कि ऐसा करने वालों को और इससे किसी भी रूप में जुड़े लोगों को न्याय की जद में लाया जाना चाहिए।