वॉशिंगटन: अमेरिका और ईरान के बीच बीते कुछ दिनों में तनाव अपने चरम स्तर पर पहुंच चुका है। ईरान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो मिसाइल हमले का आदेश भी दे दिया था, लेकिन 150 लोगों की मौत की बात सुनकर उन्होंने आदेश वापस ले लिया था। हालांकि अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान में अपने निगरानी ड्रोन गिराये जाने के बाद ईरान की मिसाइल नियंत्रण प्रणाली और एक जासूसी नेटवर्क पर साइबर हमले किए हैं।
इस अखबार ने लिखा है कि हमले से राकेट और मिसाइल प्रक्षेपण में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटरों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि अमेरिका के रक्षा अधिकारियों ने अखबार की इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है। वहीं, याहू ने 2 पूर्व खुफिया अधिकारियों के हवाले से कहा है कि अमेरिका ने सामरिक हॉर्मूज जलडमरूमध्य में जहाजों पर नज़र रखने वाले एक जासूसी समूह को निशाना बनाया। अमेरिका का आरोप है कि ईरान ने इसी जगह हाल में ही में 2 बार उसके तेल टैंकरों पर हमले किए थे।
ईरान के परमाणु सौदे से अमेरिका के बाहर निकलने के बाद से दोनों देशों के बीच बढ़ा हुआ है। ईरान ने गुरुवार को अमेरिका के एक शक्तिशाली ड्रोन को मार गिराया था। ईरान का दावा है कि ड्रोन ने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था। ड्रोन हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान पर हमला करने के बात कही थी। बाद में उन्होंने हमले का विचार त्याग कर शनिवार को कहा कि अमेरिका अगले सप्ताह ईरान पर बड़े प्रतिबंध लगाएगा।