वाशिंगटन: वाशिंगटन के दौरे पर आए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ और अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की मुलाकात हुई और दोनों देशों के बीच साझा हितों पर आधारित बहुपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाने के बारे में उनकी परस्पर प्रतिबद्धता पर चर्चा की गई। मुलाकात के दौरान दोनों शीर्ष राजनयिकों ने पाकिस्तान में शांति और समृद्धि के लिए भागीदारी के महत्व पर भी चर्चा की। हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी जब संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में हिस्सा लेने के लिए न्यूयार्क आए थे तब उन्होंने अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेन्स से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के एक पखवाड़े से भी कम समय में आसिफ और टिलरसन की मुलाकात हुई। (CIA विशेषज्ञ ने कहा, बुद्धिमान राजनीतिज्ञ हैं किम जोंग उन)
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट के अनुसार, आसिफ और टिलरसन ने अमेरिका और पाकिस्तान के बीच साझा हितों पर आधारित बहुपक्षीय संबंधों को और आगे ले जाने की अपनी परस्पर प्रतिबद्धता पर चर्चा की। इस बैठक में दोनों देशों के बीच उन वार्ताओं को धीरे-धीरे बहाल करने का भी संकेत दिया गया, जिनपर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अगस्त में नयी दक्षिण एशिया और अफगान नीति की घोषणा किए जाने के बाद नाराज पाकिस्तान ने विराम लगा दिया था। आसिफ और टिलरसन की बातचीत में ट्रंप की नयी दक्षिण एशिया नीति पर भी चर्चा हुई।
अपनी नीति में ट्रंप ने, पाकिस्तान में आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाहों की लगातार मौजूदगी का जिक्र करते हुए इस्लामाबाद के खिलाफ कड़ा रूख अपनाने की बात कही थी। टिलरसन और आसिफ ने अफगानिस्तान को स्थिर करने में मदद के लिए दोनों देशों के साथ काम करने के रास्तों पर भी चर्चा की। बहरहाल, नोर्ट ने कुछ समाचार पत्रों में आई इन खबरों पर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया कि क्या ट्रंप प्रशासन का इरादा पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता में कटौती करने का और चरमपंथियों से संबंध रखने वाले अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने का है।