न्यूयार्क: अगर आपको लगता है कि मानव अन्य जीवों से अधिक साफ-सुथरा रहता है और ज्यादा साफ-सुथरे बिस्तर पर सोता है तो आप यह जान लें कि वनमानुष मानव से भी ज्यादा साफ-सुथरे बिस्तर पर सोता है। यह बात एक शोध में प्रकाश में आया है। शोध के अनुसार, मानव के बिस्तर की चादर और तोशक में उनके शरीर के जीवाणु कहीं पशुओं के आशियाने से ज्यादा होते हैं। शोध के प्रमुख लेखक व अमेरिका के कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के डाक्टोरल प्रोग्राम के छात्र मेगन थोएम्मेस ने कहा, "मानव के खुद के शरीर के करीब 35 फीसदी जीवाणु उनके बिस्तर में होते हैं जिनमें मल के अलावा मुंह और त्वचा के जीवाणु शामिल हैं।" (एक बार फिर ट्रंप ने दिया विवादित बयान, प्रवासियों को बताया ''जानवर' )
शोधार्थियों के मुताबिक, इसके विपरीत वनमानुष अपना बिस्तर रोज लगाता है जिसमें सूक्ष्म जीवों की विविधता होती है जोकि वृक्षों व पौधों के वातावरण का द्योतक होता है। यह शोध रॉयल सोसायटी ओपन साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
अध्ययन के लिए शोधार्थियों ने तंजानिया में वनमानुष के 41 बिस्तरों व आशियानों के नमूने इकट्ठा किए थोएम्मेस ने बताया, "हमें वनमानुष के आशियाने में कोई संधिपाद सूक्ष्मजीव नहीं मिला। सिर्फ चार बाह्य परजीवी देखने को मिले और वह चार नमूने हैं न कि चार अलग-अगल जीव।"