ग्वाटेमाला सिटी: एक संरक्षण गृह में रहने वाली किशोरियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान गद्दों में आग लगने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है और ग्वाटेमाला के एक अहम अधिकारी को देश से बाहर नहीं जाने के आदेश दिए गए हैं। प्राधिकारी ग्वाटेमाला की बाल सुरक्षा सेवाओं में कथित नाकामी को उजागर करने वाली त्रासदीपूर्ण घटना के संबंध में सप्ताहांत में जवाब खोजते रहे। अभियोजकों की प्रवक्ता जुलिया बारेरा ने बताया कि एक न्यायाधीश ने सुरक्षा सेवा एजेंसी के प्रमुख कार्लोस रोडास को ग्वाटेमाला से बाहर नहीं जाने का शनिवार को आदेश दिया था और आग लगने की घटना के संबंध में जांच जारी है।
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रूजवेल्ट अस्पताल में प्राधिकारियों ने कल कहा कि एक अन्य लड़की की मौत हो गई। इस अस्पताल में आग में झुलसी कई लड़कियों को उपचार के लिए लाया गया था। 19 लड़कियों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी जबकि 20 अन्य ने स्थानीय अस्पतालों में दम तोड़ दिया।
विभिन्न समूहों ने कहा है कि उन्होंने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन करने और ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स का इस्तीफा मांगने की योजना बनाई है। राष्ट्रपति ने संकटग्रस्त युवाओं की समस्या के समाधान के लिए सरकार की कठोर एवं असंवेदनशील प्रणाली को दोष दिया है और देश भर में युवाओं के शरथस्थलों में रह रहे 1500 नाबालिगों के लिए सुरक्षात्मक सेवाओं में सुधार का वादा किया है।