वॉशिंगटन: अमेरिका द्वारा भारत जैसे देशों को कोविड-19 रोधी टीके और चिकित्सा सामान भेजने के बीच एक प्रभावशाली रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा कि कोरोना वायरस चीन से ‘आया’ जबकि सबसे अच्छे टीके अमेरिका से आए। राष्ट्रपति जो बाइडन ने घोषणा की थी कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के समर्थन वाले वैश्विक टीका साझा कार्यक्रम ‘कोवैक्स’ के तहत कई देशों को करीब 1.9 करोड़ टीके आवंटित करेगा। सीनेटर जॉन कैनेडी ने कहा, ‘कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। अमेरिका में हालात बेहतर हैं लेकिन दक्षिण अमेरिका में बेहतर नहीं हैं। उप सहारा अफ्रीका में स्थिति ठीक नहीं है।’
भारत के बारे में बोलते हुए कैनेडी ने कहा, ‘भारत में बेहतर लेकिन अच्छी स्थिति नहीं है। और तथ्य तो तथ्य हैं, मैं इसे कोई राजनीतिक बयान नहीं बनाना चाहता। यह वायरस चीन से आया। सबसे अच्छे टीके अमेरिका से आए।’ उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास दुनिया को यह दिखाने का अवसर है कि अमेरिका का नेतृत्व कैसा होता है। कैनेडी ने कहा, ‘हमारे पास लोगों की जान बचाने में मदद करने, हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में समझदारी भरे काम करने और चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की बढ़त को रोकने का एक अवसर है।’
चीन के लोगों की तारीफ लेकिन वहां की सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना करते हुए कैनेडी ने कहा, ‘चीन के लोग अच्छे हैं लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के सदस्य चोर हैं। अब हम जानते हैं कि अमेरिका की तरह कई देश टीकों का निर्माण करने, उनका भंडारण और वितरण करने में सक्षम हैं। लेकिन कई देश ऐसा करने में समर्थ नहीं हैं और यह खतरनाक है।’ बता दें कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान शहर से मानी जाती है। हालांकि अभी तक यह ठोस तौर पर पता नहीं चल पाया है कि इस वायरस को लैब में बनाया गया है या यह जानवरों से इंसानी शरीर में पहुंचा है।