वॉशिंगटन: कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मास्क की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। आप संक्रमण की चपेट में न आएं, इसके लिए जरूरी है कि आपने जो मास्क पहना है वह अच्छी क्वॉलिटी का है और उसे सही से बनाया गया है। एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि उचित तरीके से बनाया गया अनेक परतों वाला मास्क इसे पहनने वाले व्यक्ति से निकलने वाले 84 प्रतिशत कणों को रोक देता है। इस स्टडी में यह भी पता चला है कि इस तरह का मास्क पहने 2 लोग संक्रमण के प्रसार को करीब 96 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।
‘हवा में कई दिनों तक रह सकते हैं अतिसूक्ष्म कण’
अमेरिका के जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों समेत विशेषज्ञों ने कहा कि मास्क बनाने में इस्तेमाल सामग्री, इसकी कसावट और इसमें इस्तेमाल की गयी परतें नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को प्रभावित कर सकती हैं। एयरोसोल साइंस एंड टेक्नोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में विभिन्न किस्म के पदार्थों से अत्यंत छोटे कणों के निकलने के प्रभाव के बारे में अध्ययन किया गया। अध्ययनकर्ता नगा ली ने कहा, ‘एक अतिसूक्ष्म कण हवा में घंटों तक और दिनों तक रह सकता है और यह हवा के आने-जाने के मार्ग पर निर्भर करता है, इसलिए यदि किसी कमरे में हवा निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है तो ये छोटे कण बहुत लंबे समय तक रह सकते हैं।’
दुनिया के कई देशों में तेजी से फैल रहा है कोरोना
वैज्ञानिकों ने अपने अनुसंधान में 33 विभिन्न व्यावसायिक रूप से उपलब्ध पदार्थों का परीक्षण किया जिनमें सूती और पॉलिस्टर जैसे एक परत वाले बुने हुए कपड़े शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें पता चला कि एक ही तरह के पदार्थ में से भी तत्वों के निकलने के विविध परिणाम सामने आए।’ बता दें कि दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोत्तरी हो रही है। इन देशों में भारत भी शामिल है जहां अब एक दिन में 80 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में बढ़िया क्वॉलिटी का मास्क पहनना और लोगों से उचित दूरी बनाए रखना ही संक्रमण को ज्यादा फैलने से रोकने के असरदार तरीके हैं।