लॉस एंजिलिस: एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस के खिलाफ बनी एंटीबॉडी रोगी के स्वस्थ होने के बाद ‘तेजी से समाप्त’ हो सकती हैं। इस स्टडी में 250 से ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमितों पर उनके संक्रमणमुक्त होने के बाद 5 महीने तक अध्ययन किया गया। ‘साइंस इम्युनोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में अस्पतालों में भर्ती 79 कोविड-19 रोगियों से और अन्य 175 संक्रमितों से लिए गए रक्त प्लाज्मा के 983 नमूनों का विश्लेषण किया गया। अमेरिका में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की कैथरीना रोल्टगन समेत वैज्ञानिकों के अनुसार IGG एंटीबॉडी लंबे समय तक रहने चाहिए थे लेकिन गंभीर रोगियों में भी इनमें धीमी गिरावट देखी गई।
ऑक्सफोर्ड ने भी किया था एक अध्ययन
अनुसंधानकर्ताओं ने परिणाम के आधार पर कहा कि कोरोना वायरस को समाप्त करने वाले विभिन्न प्रकार के एंटीबॉडी का स्तर लक्षण शुरू होने के लगभग पहले महीने के बाद गिरना शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि ये नतीजे सीरो अध्ययनों की प्रामाणिकता पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े करते हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल (OUH) के NHS फाउंडेशन ट्रस्ट के बीच साझेदारी के तहत की गई स्टडी में यह बात सामने आई थी कि कोविड-19 से पहले संक्रमित हो चुके लोगों को पहले संक्रमण के बाद कम से कम 6 महीने तक दोबारा यह बीमारी होने की बहुत कम संभावना होती है। खास बात यह है कि इस स्टडी में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों को शामिल किया गया था।
अब स्टडी में सामने आई नई बात
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नफील्ड डिपार्टमेंट ऑफ पॉपुलेशन हेल्थ के प्रोफेसर डेविड आयरे ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, ‘यह वाकई अच्छी खबर है क्योंकि हम भरोसा कर सकते हैं कि कोविड-19 ग्रस्त हो चुके अधिकतर लोग कम से कम कुछ समय के लिए दोबारा संक्रमित नहीं होंगे। इस अध्ययन में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया। इसमें सामने आया है कि कोविड-19 कम से कम 6 महीने तक अधिकतर लोगों को पुन: संक्रमण से बचाता है। जिन प्रतिभागियों में एंटीबॉडी पाए गए, उनमें से किसी को लक्षण के साथ कोई संक्रमण नहीं दिखाई दिया।’ हालांकि अब नई स्टडी में कुछ और ही बातें सामने आ रही हैं।