नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर एकबार फिर चीन पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, "कोरोना वायरस दुनिया के लिए चीन का बहुत बुरा गिफ्ट है, जो फैलता ही जा रहा है। यह अच्छा नहीं है।" बता दें कि कोरोना वायरस ने अमेरिका में सबसे भयंकर तबाही मचायी है, जहां इस वायरस के संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या एक लाख को पार कर गई है।
अमेरिका पर पड़ा बुरा प्रभाव
कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में तबाही मचा रखी है, जनजीवन ठहर सा गया है और आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। अमेरिका में एक तिहाई लोगों की मौत दुनिया की वित्तीय राजधानी माने जाने वाले न्यूयॉर्क, उसके नजदीकी इलाके न्यूजर्सी और कनेक्टिकट में हुई हैं। इसका अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है, यहां मंदी आ गई है और बीते तीन महीने में 3.5 करोड़ से अधिक लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
हालांकि मृत्यु दर और नए मामलों की संख्या में अब कमी आने लगी है। इसे देखते हुए लगभग सभी 50 राज्यों ने अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खोलने की हिम्मत जुटाई है। सदन में बहुमत के नेता स्टेनी होयर ने कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण 1,00,000 वें अमेरिकी व्यक्ति की मौत हो गई। ऐसे में हमारा देश एक दुखद मुकाम पर है। पूरे देश में, इतने परिवार इस बीमारी के कारण अपने प्रियजनों को खोने के दुख में डूबे हैं।’’
जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के मुताबिक बुधवार को अमेरिका में मृतकों की संख्या एक लाख को पार कर गई है। होयर ने कहा, ‘‘इस त्रासदी का असर कितना होगा यह अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता क्योंकि जान गंवाने वाले इन एक लाख लोगों में कोई माता-पिता होगा, कोई दादा-दादी या नाना-नानी, भाई या बहन, बच्चा और हमारे मूल्यवान समुदाय का सदस्य होगा।’’
न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि मृतक संख्या कोरियाई युद्ध के बाद से हर संघर्ष में मारे गए अमेरिकी सैनिकों की संख्या से भी ज्यादा है। यह 1968 में अमेरिका में फ्लू महामारी में मारे गए लोगों की संख्या के बराबर है और उससे भी एक दशक पहले एक अन्य फ्लू महामारी से मरने वालों के 1,16,000 के आंकड़ों के करीब पहुंच रहा है। अब तक 17 लाख अमेरिकी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम संबंधी अमेरिकी केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक देश में इस संक्रमण ने हर आयुवर्ग और हर समुदाय को अपनी चपेट में लिया है।
With inputs from Bhasha