अमेरिका में जारी राष्ट्रपति चुनाव की हलचल के बीच कोरोना वायरस का विस्फोट सामने आया है। यहां पहली बार कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक दिन में 1 लाख के आंकड़े को पार कर गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम तक, अमेरिका में 104,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। यहां तक कि अस्पताल में भर्ती होने और गंभीर मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
बता दें कि मंगलवार को अमेरिकी जनता ने राष्ट्रपति पद के लिए मतदान किया है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग फेस मास्क, गॉगल और फेस शील्ड पहन कर मतदान करते दिखे। वहीं कोरोना संकट को देखते हुए बड़ी संख्या में मतदाताओं ने पोस्टल बैलट का प्रयोग किया है। हालांकि विशेषज्ञ कोरोना संकट के बीच चुनाव में कोरोना के तेजी से प्रसार की आशंका जता रहे थे। अमेरिका के 17 राज्यों - जिनमें कैनसस, टेनेसी, वर्जीनिया, ओक्लाहोमा, मोंटाना, आयोवा, नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा, ओहियो, नेब्रास्का, मिनेसोटा, इंडियाना और वेस्ट वर्जीनिया शामिल हैं - यहां मरीजों की संख्या में तेज वृद्धि देखने को मिली है।
कोरोना यूरोप में भी बढ़ा संकट
यूरोप में कोरोना महामारी की दूसरी लहर गहराती जा रही है। इससे निपटने के लिए कई यूरोपीय देशों में सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कवायद में जर्मनी में आंशिक लॉकडाउन सोमवार से चार हफ्तों के लिए प्रभावी कर दिया गया। नई पाबंदियों के तहत रेस्तरां, बार और सिनेमाहाल इस महीने के आखिर तक बंद रहेंगे। जबकि फ्रांस में महामारी तेज गति से बढ़ रही है। इस देश में पहले ही एक दिसंबर तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। इन दोनों यूरोपीय देशों में रोजाना रिकॉर्ड संख्या में नए मामले पाए जा रहे हैं।