वाशिंगटन: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज अमेरिका की अपनी दो सप्ताह की यात्रा आरंभ की जिसमें वह अंतर्राष्ट्रीय चिंतकों और राजनीतिक नेताओं से बातचीत करेंगे और प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे। अमेरिका की अपनी यात्रा में 47 वर्षीय राहुल गांधी सबसे पहले बर्कले में प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में इंडिया एट 70: रिफ्लेक्शन ऑन द पाथ फोरवर्ड विषय पर छात्रों को व्याख्यान देंगे जिसमें वह समकालीन भारत और वि के सबसे बड़े लोकतंत्र की आगे की राह पर अपने विचार पेश करेंगे। (मेक्सिको में आए भूकंप से कम से कम 90 लोगों की मौत)
इस समारोह से एक दिन पहले विश्वविद्यालय ने घोषणा की थी कि समारोह जिस स्थल में आयोजित हो रहा है, उसकी सभी सीट बुक हो गई हैं और पंजीकरण बंद कर दिया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा और भारतीय राष्ट्रीय प्रवासी कांग्रेस आईएनओसी अमेरिका के अध्यक्ष शुद्ध सिंह ने राहुल गांधी का सान फ्रांसिस्को हवाईअड्डे पर स्वागत किया। कांग्रेस के प्रवक्ता मधु गौड़ यास्की ने कहा, वह यहां यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले में हैं, जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू ने वर्ष 1949 में प्रधानमंत्री के तौर पर व्याख्यान दिया था। इस समय हम एक ऐसे चौराहे पर खड़े हैं जहां भारतीय लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्षता के आधारभूत मूल्य और बहुलवादी समाज खतरे में है।
उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी का इन मूल्यों में दृढ़ विास है कि भारत एक मजबूत देश हो। वह भारत के लिए आगे की राह और भारत के भविष्य के बारे में अपनी राय पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका की अपनी यात्रा में राहुल गांधी प्रवासी भारतीयों से भी बातचीत करेंगे ताकि वे भारत के विकास में योगदान दे सकें। राहुल गांधी सान फ्रांसिस्को से लॉसएंजिलिस जाएंगे। उनके अस्पेन इंस्टीट्यूट में थिंक टैंक समुदाय से भी बातचीत करने की योजना है। कांग्रेस उपाध्यक्ष वाशिंगटन डीसी में थिंक टैंक समुदाय, नेताओं और सरकारी अधिकारियों से वार्ता करेंगे। राहुल गांधी की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में भी सभा को संबोधित करने की योजना है। इसके बाद वह न्यूयार्क में प्रवासी भारतीयों को अपनी इस यात्रा के दौरान अंतिम बार संबोधित करेंगे।