बोगोटा: कोलंबिया के ईएलएन विद्रोहियों ने अगस्त में बंधक बनाए गए छह लोगों को बुधवार को रिहा कर दिया। बंधकों की रिहाई, शांति वार्ता शुरू करने के लिए सरकार की पूर्व शर्त थी। रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति ने यह जानकारी दी। रेड क्रॉस ने ट्विटर पर कहा, ‘‘आज चोको में हम लोकोपकारी आयोग के साथ हैं जिन्होंने अगस्त में ईएलएन द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा कराने में अहम भूमिका निभाई। हमें इस बात की प्रसन्नता है कि ये लोग शीघ्र अपने संबंधियों से मिल सकेंगे।’’ (अफगानिस्तान में 58 तालिबान आतंकवादी ढेर, मंगलवार को किया था सुरक्षा चौकियों हमला )
विद्रोहियों ने अगवा किए गए तीन पुलिसकर्मियों, एक सैनिक और दो ठेकेदारों को लोकोपकारी आयोग को सौंप दिया। गौरतलब है कि राष्ट्रपति इवान ड्यूक ने जुआन मैनुएल सैंटोस सरकार के समय शुरू की गई शांति वार्ता को दोबारा शुरू करने के लिए सभी बंधकों को रिहा करने की मांग की थी।
सरकार का कहना है कि विद्रोही संगठन ने 2012 से सितंबर 2018 तक 18 लोगों को अगवा किया। इनमें से तीन को पिछले सप्ताह रिहा कर दिया गया था और छह को बुधवार को रिहा कराया गया। शेष लोग अभी भी इनके कब्जे में हैं। ड्यूक ने विद्रोहियों के साथ वार्ता की शर्तों को कड़ा करने के वादे के साथ सात अगस्त को सत्ता संभाली है। राष्ट्रपति का मानना है कि शांति वार्ता दोबारा शुरू करने के लिए ईएलएन को आपराधिक घटनाएं रोकनी होंगी।