वॉशिंगटन: अंटार्कटिका हमारी धरती का एक ऐसा हिस्सा है जो आज भी अधिकांश लोगों के लिए पहेली की तरह है। धरती का यह हिस्सा काफी हद तक हमसे कटा हुआ है और यहां पर रहना काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। हालांकि अमेरिका के कोलिन ओ’ब्रैडी ने अंटार्कटिका की सबसे बड़ी चुनौती स्वीकार की और पूरे महाद्वीप को अकेले ही पार कर दिया। कमाल की बात यह है कि कोलिन बगैर किसी मदद के अंटार्कटिका को पार करने वाले दुनिया के पहले शख्स बन गए हैं।
33 वर्षीय कोलिन ओ’ब्रैडी को उत्तर से दक्षिण तक बर्फ की चादर से ढके इस महाद्वीप की करीब 1,600 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने में 54 दिन लगे। अंतिम 77.5 मील की यात्रा 32 घंटे में पूरी करने के बाद ओ’ब्रैडी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, ‘मैंने अकेले अंटार्कटिका महाद्वीप को पार करने वाला इतिहास में पहला व्यक्ति बनने का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। हालांकि आखिरी 32 घंटे मेरी जिंदगी के सबसे चुनौतीपूर्ण घंटे रहे लेकिन साथ ही वे अभी तक के सबसे अच्छे क्षण साबित हुए।’
ओ’ब्रैडी और इंग्लैंड के सेना कैप्टन लुईस रुड (49) ने 3 नवंबर को अंटार्कटिक पार करने की यात्रा शुरू की थी। ओ’ब्रैडी बुधवार को प्रशांत महासागर पर रॉस आईस शेल्फ पर पहुंचे। रुड उनसे एक या दो दिन पीछे हैं। साल 2016 में इंग्लैंड के एक सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हेनरी वोर्सली की अकेले अंटार्कटिका पार करने की कोशिश में मौत हो गई थी। आपको बता दें अंटार्कटिका दुनिया के सबसे निर्जन स्थानों में से एक है और आमतौर पर यहां सिर्फ शोधार्थी और वैज्ञानिक ही रहते हैं।