वॉशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच उपजे हालिया तनावों के चलते अब दोनों देशों के बीच हथियारों की जंग भी शुरू होती दिखाई दे रही है। पेंटागन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अगले दशक में अपने परमाणु हथियारों की संख्या को कम से कम दोगुना करने की कोशिश कर रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अभी चीन के पास करीब 200 परमाणु हथियार हैं। बता दें कि हाल ही में चीन ने मिसाइलों का टेस्ट किया था, जिसके बाद बुधवार को अमेरिका ने भी लंबी दूरी की मिनटमैन मिसाइल का परीक्षण किया है।
अमेरिका ने पहली बार किया यह बड़ा खुलासा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पहला मौका है जब अमेरिकी सेना ने चीन के परमाणु हथियारों की संख्या का खुलासा किया है। यह रिपोर्ट दक्षिण चीन सागर में चीनी सैन्य गतिविधियों, हांगकांग के लिए चीन के नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, कोरोना वायरस की उत्पत्ति सहित कई मुद्दों पर अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच आई है जिसमें चीन की बढ़ती सैन्य क्षमताओं का विवरण है। मंगलवार को जारी पेंटागन की रिपोर्ट के अनुसार चीन की सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि 2049 के अंत तक ‘विश्व स्तरीय’ सेना होने की उसकी महत्वाकांक्षा का क्या तात्पर्य है।
अपनी सेन्य क्षमता लगातार मजबूत कर रहा चीन
पेंटागन की इस रिपोर्ट के अनुसार अनुमान है कि अगले दशक तक चीन के परमाणु हथियारों की संख्या दोगुना होने का अनुमान है क्योंकि चीन अपने परमाणु बलों का आधुनिकीकरण कर रहा है। इस बीच यह अनुमान भी है कि अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों में लगने वाले हथियारों की संख्या अगले 5 वर्षों में करीब 200 तक हो जाने की उम्मीद है। चीन के राष्ट्रपति भी पिछले कुछ समय से सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने की बात करते आ रहे हैं। यही वजह है कि चीन आने वाले वर्षों में अपनी सैन्य ताकत में जबर्दस्त इजाफा करने की कोशिशों में लगा हुआ है।