वाशिंगटन: एक ओर जहां अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा है कि भारत, मलेशिया, इंडोनेशिया, और फिलीपीन जैसे एशियाई देशों को चीन से बढ़ते खतरे के मद्देनजर अमेरिका दुनिया भर में अपने सैनिकों की तैनाती की समीक्षा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर एक शीर्ष सांसद ने कहा है कि चीन ने भारत के साथ लगती सीमा पर पूर्व नियोजित सैन्य घुसपैठ जारी रखी हुई है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजिंग ने कोविड-19 वैश्विक महामारी का इस्तेमाल हर दिशा में आक्रामकता दिखाने के लिए किया है।
सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष सांसद जिम इनहोफ ने आरोप लगाया, ‘‘चीन ने खासतौर से इस बीमारी का इस्तेमाल हर दिशा में आक्रामकता दिखाने के लिए किया है। उसने दक्षिण चीन सागर में ताइवान, मलेशिया, वियतनाम और इंडोनेशिया के जहाजों को परेशान किया और उनसे दुश्मनी मोल ली तथा कोविड-19 के बारे में चुप्पी साधने के लिए ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाने के वास्ते हर हथकंडे का इस्तेमाल किया।’’
इनहोफ ने वित्त वर्ष 2021 के राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण कानून के समर्थन में संसद में कहा, ‘‘भारत के साथ लगती सीमा पर चीन द्वारा पूर्व नियोजित सैन्य घुसपैठ जारी है और इससे भारत के 20 सैन्यकर्मी मारे गए। कुछ को तो कांटेदार डंडों से मारा गया।’’ उन्होंने कहा कि 2021 के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण कानून का मतलब चीन और रूस को संदेश देना है।
वहीं पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका अपने सैनिकों को इस तरह से तैनात कर रहा है कि वे जरुरत पड़ने पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (चीन की सेना) का मुकाबला कर सकें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर सैनिकों की तैनाती की समीक्षा की जा रही है और इसी योजना के तहत अमेरिका, जर्मनी में अपने सैनिकों की संख्या करीब 52 हजार से घटा कर 25 हजार कर रहा है।