वाशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच लंबे वक्त से बहुत बेहतर संबंध नहीं चल रहे हैं। दोनों देशों के बीच कई मामलों को लेकर तनाव की स्थिति रहती है। दोनों देशों में ट्रेड वॉर तो चल ही रही है लेकिन इसके अलावा जब से चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला है, तब से तो अमेरिका ने चीन को बहुत ही ज्यादा आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार चीन को कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार ठहरा चुके हैं।
वहीं, अब एक अमेरिकी राजनयिक ने दुनिया के सामने चीन की सच्चाई रखी है। अमेरिकी राजनयिक डेविड स्टीलवैल ने कहा कि जब से वुहान से कोरोना वायरस फैला है तब से चीन इसका फायदा उठा रहा है और मुझे लगता है कि चीन की इस हरकत का भारत एक उदाहरण है। उन्होंने यह बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने आगे कहा, "मैं बीजिंग में अपने दोस्तों से कहना चाहता हूं कि वह शांति और बातचीत करके विवाद को सुलझाने की अपनी बात पर कायम रहें।"
बता दें कि अमेरिकी राजनयिक डेविड स्टीलवैल यह बयान ऐसे वक्त में आया जब चीनी सैनिकों ने लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के इलाके में 29/30 की रात को यथास्थिति को बदलने के लिहाज से LAC पार की, जिसके बाद भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों के इस उकसाने वाले सैन्य कदम का कड़ा जवाब दिया। इसके साथ ही दोनों देशों के सैनिकों के बीच उस रात तो झड़प हुई।
समाचार एजेंसी एएनआई ने तब सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया था कि लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई ताजा झड़प से पहले चीन ने लद्दाख इलाके में लड़ाकू विमान तैनात किए थे। जानकारी के मुताबिक, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वायु सेना (PLAAF) ने लद्दाख के पास अपने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान जे-20(J-20) को फिर से तैनात कर दिया था।
वहीं, यह खबर भी सामने आ रही था कि ड्रैगन सेना टैंक, 200 सैनिकों और गोला बारूद के साथ भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की थी लेकिन एलएसी पर मुस्तैद भारतीय जवानों ने दुश्मन की सेना को पीछे धकेल दिया। चीनी सेना इस इलाके में घुसपैठ में पूरी तरह से डटने के लिए आए थे।