वाशिंगटन: चीन ने पिछले सप्ताह दक्षिण चीन सागर में जब्त किया गया मानवरहित अंतर्जलीय ड्रोन मंगलवार को अमेरिका को लौटा दिया। सीएनएन ने चीनी रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया, "चीन और अमेरिका के बीच दोस्ताना विचार विमर्श के बाद अंतर्जलीय ड्रोन सौंप दिया गया।" अमेरिका ने कहा है कि वह घटना से संबंधित जांच जारी रखेगा।
हाल ही में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि अमेरिकी नौसेना के समुद्र के अंदर चलने वाले जिस अंडरवाटर ग्लाइडर को चीन ने दक्षिण चीन सागर में जब्त किया है, अमेरिका को चाहिए कि वह उसे चीन को ही रखने दे।
अमेरिकी सेना की इस घोषणा के बाद कि अंडरवाटर ग्लाइडर की वापसी के लिए वे चीन के साथ एक समझौते पर पहुंचे हैं, ट्रम्प ने ट्वीट किया, हमें चीन से कहना चाहिए कि जिस ड्रोन को उन्होंने चुराया है वह हम वापस नहीं चाहते, इसे उन्हें ही रखने देना चाहिए।
पेंटागन के अनुसार दक्षिण चीन सागर में कुछ अवर्गीकृत वैज्ञानिक आंकड़े एकत्रित करने के दौरान गुरूवार को इस ड्रोन को जब्त कर लिया था। इस समूचे क्षेत्र पर चीन अपना दावा पेश करता है। अमेरिका ने इस ड्रोन की वापसी की मांग की थी और अंतरराष्ट्रीय समुद्र क्षेत्र में इसे एक गैरकानूनी तरीके से जब्ती बताया था।
चीन ने कहा कि जहाजों के सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करने के लिए चीन की सेना ने इस अंडरवाटर ग्लाइडर को जब्त कर लिया था लेकिन वह इसे वापस दे देगा। बहरहाल, अभी इस बात का तत्काल पता नहीं चल पाया है कि चीन के साथ इस समझौते पर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के ट्वीट का क्या प्रभाव पड़ेगा।