मॉन्टि्रयल: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने की इच्छा रखने वाले और कथित रूप से सरकारी इमारतों पर हमले को बढ़ावा देने वाले एक कनाडाई किशोर को छह महीने तक नजरबंद रखने और दो साल तक सुधार गृह में रहने की सजा सुनाई गई है।
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अभियोजन पक्ष ने बताया कि 17 साल का यह किशोर अपने दादा दादी के साथ रहेगा और उसे एक इलेक्ट्रॉनिक ब्रेसलेट पहनना होगा। बहरहाल, कनाडा के कानून के तहत मैनिटोबा के इस किशोर का नाम नहीं बताया जा सकता। उसे परामर्श दिया जाएगा और वह कम्प्यूटर का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। ट्विटर पर सक्रिय इस किशोर ने बीते सितंबर में आतंकवाद से संबद्ध अपराध को बढ़ावा देने का अपना गुनाह कबूल लिया था।
सार्वजनिक प्रसारक सीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार धर्म परिवर्तन कर इस्लाम कबूल चुके किशोर ने जांचकर्ताओं को बताया था कि उसने विदेश जाकर आईएस समूह के लड़ाकों में शामिल नहीं हो सकने की स्थिति में कनाडा में हमले करने की योजना बनाई थी। कनाडा की सार्वजनिक अभियोजन सेवा ने बताया कि किशोर ने 16 साल की उम्र में किए अपने अपराध के लिए कल अदालत में माफी मांगते हुए कहा था कि वह पहचान के संकट से जूझ रहा था।