वॉशिंगटन: अमेरिका ने सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हमले के बाद वहां सैन्य बल भेजने की योजना की घोषणा की है। बीबीसी के मुताबिक, अमेरिकी रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने पत्रकारों को बताया कि सेना की तैनाती का स्वरूप रक्षात्मक होगा। कुल सैनिकों की संख्या अभी तय नहीं की गई है।
यमन के ईरान समर्थित हौती विद्रोहियों ने पिछले सप्ताह दो तेल संयंत्रों पर हमलों की जिम्मेदारी ली है, लेकिन अमेरिका और सऊदी अरब दोनों ने ही ईरान को दोषी ठहराया है।
इससे पहले शुक्रवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ उच्चतम स्तर के प्रतिबंधों की घोषणा की, जबकि संकेत दिया कि वह सैन्य संघर्ष से बचना चाहते हैं। ट्रंप ने कहा था कि नया प्रतिबंध ईरान के केंद्रीय बैंक और उसके संप्रभु धन कोष पर केंद्रित होगा।
एस्पर ने शुक्रवार को जॉइंट चीफ ऑप स्टाफ के अध्यक्ष जनरल जोसेफ डनफोर्ड जूनियर के साथ यह घोषणा की। एस्पर ने कहा कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सहायता का अनुरोध किया। सेना हवाई और मिसाइल सुरक्षा को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगी, और अमेरिका दोनों देशों को सैन्य उपकरणों की डिलीवरी में तेजी लाएगा।
अमेरिका भले ही हमले के पीछे ईरान का हाथ बता रहा है लेकिन ईरान ने इससे साफ इनकार किया है।