वॉशिंगटन: अमेरिका के नए विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने कार्यभार संभालते ही पड़ोसी देशों मेक्सिको, और कनाडा तथा एशिया के अपने 2 सहयोगी देशों दक्षिण कोरिया और जापान को फोन किया और अमेरिकी कूटनीति को नई ऊर्जा देने के अभियान की शुरुआत की। राष्ट्रपति जो बायडेन के लंबे समय से सहयोगी रहे ब्लिंकेन के दक्षिण कोरिया और जापान के अपने समकक्षों को फोन करना इस बात का संकेत है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बाइडन प्रशासन पूरी तवज्जो दे रहा है, जिसकी शुरुआत ओबामा प्रशासन ने की थी और पूर्व के ट्रंप प्रशासन ने इसे मजबूत किया था।
‘चीन से निपटने पर होगा फोकस’
माना जा रहा है कि ब्लिंकेन के विदेश मंत्री बनने से भारत और अमेरिका के रिश्तों में जारी सुधार का दौर बरकरार रहेगा। बीते साल एक कार्यक्रम में ब्लिंकन ने कहा था कि यदि बायडेन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुने गए तो चीन नीति के लिए भारत से अहम पार्टनरशिप स्थापित करना एक प्राथमिकता होगी। उन्होंने साथ ही भारत को अमेरिका का एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताते हुए कहा था कि चीन से निपटने पर विदेश नीति का फोकस होगा। अमेरिकी सीनेट से नाम की मंजूरी मिलने के तत्काल बाद मंगलवार को ब्लिंकेन (58) को कैरल जेड पेरेज ने पद की शपथ दिलाई थी। पेरेज प्रबंधन पर विदेश मंत्रालय की कार्यकारी अवर सचिव हैं।
‘अमेरिकी कूटनीति को नई ऊर्जा देंगे’
रिपोर्ट्स के मुतबिक, बुधवार को ब्लिंकेन का विदेश मंत्रालय में औपचारिक स्वागत किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘हम विश्व में अपने हितों और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी कूटनीति को नई ऊर्जा देंगे। अमेरिकी नेतृत्व मायने रखता है और हमारे अंदर वह अद्वितीय क्षमता है कि हम अपने सहयोगियों को आज के वक्त की चुनौतियों से निपटने के लिए साथ ला सकें। हम राष्ट्रपति बाइडन की विदेश नीति पर ऐसा दृष्टिकोण जो अमेरिका की सुरक्षा, समृद्धि और मूल्यों को बढ़ावा देता है और जो अमेरिका की जनता के लिए फलदाई है, उन्हें मिल कर लागू करेंगे।’