वाशिंगटन: भारतीय अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति की अगुवाई में सांसदों के एक द्विदलीय समूह ने ट्रंप प्रशासन से अपील की है कि वह अमेरिका में धार्मिक अल्पसंख्यकों और भारतीय अमेरिकी नागरिकों पर हो रहे घृणा अपराधों की रोकथाम के लिये कदम उठाए। अमेरिकी गृह सुरक्षा मंत्री सचिव जॉन केली को लिखे पत्र में यह अपील की गई है कि वह मिलने वाली जानकारी पर कदम उठाएं और घृणा अपराध एवं उसके मूल कारणों से निपटने के लिये अपने विभाग के संसाधनों का इस्तेमाल करें। (भारत, अफगानिस्तान के खिलाफ पाक छेड़ रहा है छद्म युद्ध)
अमेरिका के 68 सांसदों के द्विदलीय समूह ने पत्र में कहा, भारतीय अमेरिकी नागरिकों पर हमले से लेकर यहूदियों के कब्रिस्तान को अपवित्र करने तक, हाल में हुये घृणा अपराध के हमलों से पूरा अमेरिका परेशान है। हालांकि यह पत्र राजाकृष्णमूर्ति की ओर से लिखा गया है, लेकिन इसमें हस्ताक्षर करने वालों में भारतीय अमेरिकी सांसद रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और एमी बेरा शामिल हैं। पत्र में कहा गया है, ये हमले केवल जन सुरक्षा को ही कमजोर नहीं कर रहे, बल्कि अमेरिका की प्रकृति से विपरीत हैं। करीब दो सौ साल से अधिक समय से अमेरिका अत्याचार से आजादी के पक्ष में और दमन एवं उत्पीड़न के खिलाफ खड़ा रहा है।
हमारे देश अमेरिका का मूल वादा रहा है कि किसी भी अमेरिकी को, चाहे आप कहीं से भी आये हों, या आप किसी भी रंग के हों, अथवा आपकी पूजा पद्धति कुछ भी हो, आप संघीय सरकार पर भरोसा कर सकते हैं कि वह आपकी और आपके अधिकारों की रक्षा करेगी। सांसदों ने लिखा, हम आपसे बहुत सम्मान से गुजारिश करना चाहते हैं कि आप अपनी शक्तियों का पूर्ण उपयोग करते हुये घृणा से उपजे हमलों पर रोक लगायें और नफरत और असहिष्णुता की जड़ों को उखाड़ फैंकें। इसके लिये हम सभी आपके साथ हैं।